भाजपा ने ‘अघोषित आपातकाल’ वाले बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की आलोचना की
शफीक माधव
- 25 Jun 2025, 06:22 PM
- Updated: 06:22 PM
नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की आलोचना की और कहा कि मुख्य विपक्षी दल ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाये जाने से घबरा गया है क्योंकि इसने 50 साल पहले इंदिरा गांधी सरकार द्वारा किये गये अत्याचारों की यादें ताजा कर दी हैं।
खरगे ने बुधवार को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी के हमले को लेकर उन पर पलटवार किया और आरोप लगाया कि पिछले 11 साल से देश में ‘‘अघोषित आपातकाल’’ है। खरगे ने कहा कि भाजपा मोदी सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने का नाटक कर रही है।
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ खरगे की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि कांग्रेस इस बात से परेशान है कि देश 50 साल पहले इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल को ‘काला दिवस’ के रूप में मना रहा है, क्योंकि इससे उस समय किए गए अत्याचारों की यादें ताजा हो गई हैं।
पात्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बिना किसी कैबिनेट निर्णय के आपातकाल लागू कर दिया था। रातों-रात करीब डेढ़ लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया था। मीडिया संस्थानों की बिजली काट दी गई थी ताकि अखबारों में सच न छप जाए। कई लोगों ने यातनाओं के कारण मौत को गले लगा लिया था। तब यही स्थिति थी।’’
उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखते हुए कि इतिहास को कभी नहीं भूलना चाहिए और इससे सबक लेना चाहिए, भाजपा तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल को ‘काला दिवस’ के रूप में प्रस्तुत करके लोगों को आपातकाल की अवधि के बारे में जागरूक करने का प्रयास कर रही है।
खरगे पर मोदी सरकार के खिलाफ टिप्पणी करके देश के लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए पात्रा ने कहा, ‘‘यह साफ दिख रहा है कि कांग्रेस बौखला गई है।’’
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लोकतंत्र की महिमा को कैसे समझेगी, जब उसमें ही लोकतंत्र नहीं है।
पिछले साल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि मोदी सरकार 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाएगी, ताकि आपातकाल के दौरान ‘‘अमानवीय पीड़ा’’ सहने वालों के व्यापक योगदान को याद किया जा सके।
खरगे के इस आरोप पर कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों ने देश की आजादी में कोई भूमिका नहीं निभाई, पात्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा, ‘‘सोनिया गांधी का परिवार और उनके माता-पिता भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कहां से भाग ले रहे थे? उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा या पश्चिम बंगाल से?’’
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कौन कहता है कि हमने स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया? यहां मौजूद सभी लोगों के परिवार के सदस्यों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से (भारत की) स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी।’’
पात्रा ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी निजी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने और सत्ता में बने रहने के लिए कैबिनेट के फैसले के बिना ही आपातकाल लगा दिया था क्योंकि अदालत ने लोकसभा के लिए उनके चुनाव को अमान्य घोषित कर दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप (कांग्रेस) इतिहास की बात करते हैं तो यह ठीक है। लेकिन जब हम आपके परिवार (गांधी परिवार) की राजनीति और महत्वाकांक्षा के पन्नों को पलटते हैं, तो आपको इसमें एक नाटक दिखाई देता है।’’
भाषा शफीक