नाटो के ऐतिहासिक सम्मेलन के लिए जुट रहे वैश्विक नेता, दिशा होगी तय
एपी धीरज सुरेश
- 24 Jun 2025, 04:26 PM
- Updated: 04:26 PM
द हेग (नीदरलैंड), 24 जून (एपी) दुनिया के सबसे बड़े सैन्य गठबंधन ‘उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन’ (नाटो) के ऐतिहासिक सम्मेलन में हिस्सा लेने वैश्विक नेता नीदरलैंड की राजधानी द हेग में जुट रहे हैं। इस सम्मेलन में तय होगा कि रक्षा व्यय में वृद्धि को लेकर संगठन के 32 सदस्य सहमति की ओर बढ़ते हैं या विभिन्न मुद्दों पर दरार और गहरी होती है।
सहयोगियों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का पांच प्रतिशत अपनी सुरक्षा पर खर्च करने के लक्ष्य का समर्थन करें, ताकि बाहरी हमलों से बचाव के लिए गठबंधन की योजनाओं को पूरा किया जा सके।
अमेरिका के शासनाध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहली बार नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उम्मीद की जा रही थी कि चर्चा का मुख्य मुद्दा यह होगा कि अमेरिका कैसे सुरक्षा गठबंधन में अन्य देशों से ऐतिहासिक सैन्य खर्च बढ़ाने पर सहमति प्राप्त करता है।
लेकिन अब चर्चा का विषय ईरान में तीन परमाणु संवर्धन सुविधाओं पर हमला करने का ट्रंप का निर्णय है, जिसके बारे में उनके प्रशासन का कहना है कि इससे तेहरान की परमाणु महत्वाकांक्षाएं नष्ट हो गई हैं। साथ ही चर्चा के केंद्र में राष्ट्रपति ट्रंप की अचानक की गई घोषणा हो सकती है कि इजराइल और ईरान ‘पूर्ण और समग्र युद्धविराम’ पर पहुंच गए हैं।
पिछले नाटो शिखर सम्मेलनों में चर्चा के केंद्र में पूरी तरह से यूक्रेन का युद्ध रहा था, जो अब अपने चौथे वर्ष में है। नाटो महासचिव मार्क रूटे ने जोर देकर कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय बना हुआ है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सैन्य खर्च बढ़ाने के लिए समझौते को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से नेताओं की चर्चाओं से नदारद रहने के बावजूद कई बैठकों के लिए हेग पहुंचे।
इस बार का सम्मेलन पिछले वर्ष वाशिंगटन में हुए शिखर सम्मेलन से बहुत अलग है, क्योंकि उस वक्त सैन्य गठबंधन के महत्वपूर्ण वक्तव्य में यूक्रेन को दीर्घकालिक सुरक्षा सहायता प्रदान करने की शपथ, तथा नाटो सदस्यता के लिए ‘‘उसके अपरिवर्तनीय मार्ग’’ पर उसे (यूक्रेन को) समर्थन करने की प्रतिबद्धता शामिल थी।
इस वर्ष के शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर एक संयुक्त वक्तव्य में, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने कहा कि वे अमेरिका के शांति प्रयासों का समर्थन करते हैं, जिससे यूक्रेन की संप्रभुता और यूरोपीय सुरक्षा को बनाए रखा जा सके।
एपी धीरज