दुबे ने चंद्रशेखर के समय के ‘समझौते’ को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा, विपक्षी दल ने किया पलटवार
हक मनीषा
- 23 May 2025, 05:38 PM
- Updated: 05:38 PM
नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने चंद्रशेखर के प्रधानमंत्री रहने के दौरान ‘‘पाकिस्तान के साथ हुए एक समझौते’’ को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या यह देशद्रोह नहीं है।
कांग्रेस ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि दुबे ने जिस समय के समझौते की बात की है, उससे पहले ही उसने (कांग्रेस) चंद्रशेखर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने तंज कसते हुए कहा कि दुबे को इस बारे में आगे की कहानी चंद्रशेखर के पुत्र और भाजपा सांसद नीरज शेखर से पूछनी चाहिए।
दुबे ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर भारत पाकिस्तान के बीच ‘‘समझौते’’ की एक प्रति साझा की और दावा किया कि 1991 में कांग्रेस के समर्थन वाली चंद्रशेखर सरकार ने इस समझौते के माध्यम से तय किया था कि सशत्र बलों के ‘‘मूवमेंट’’ और किसी आक्रमण की जानकारी का आदान प्रदान किया जाएगा।
भाजपा सांसद ने जिस ‘‘समझौते’’ का उल्लेख किया उस पर छह अप्रैल, 1991 की तारीख अंकित है।
दुबे ने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी, यह आपकी पार्टी की मदद से बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है। 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान प्रदान भारत व पाकिस्तान एक दूसरे से करेंगे। क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ। विदेश मंत्री एस जयशंकर जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी क्या आपको शोभा देती है?’’
इसको लेकर पलटवार करते हुए खेड़ा ने ‘पोस्ट’ किया, ‘‘इस व्यक्ति की जानकारी दुरुस्त कर दें कि कांग्रेस पार्टी ने चंद्रशेखर सरकार से समर्थन फरवरी, 1991 में ही वापस ले लिया था। 10वीं लोकसभा के चुनाव घोषित हो चुके थे। आगे की जानकारी के लिए यह अपनी पार्टी के साथी नीरज शेखर से संपर्क कर सकते हैं।’’
राहुल गांधी और कांग्रेस ने पिछले कुछ दिनों में जयशंकर के एक बयान का हवाला देते हुए बार-बार यह आरोप लगाया है कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत से पहले ही इसकी जानकारी पाकिस्तान को दे दी थी।
मुख्य विपक्षी दल का दावा है कि इस अभियान के शुरू होने से पहले ही इसकी जानकारी पाकिस्तान को देने से भारत के राष्ट्रीय हितों एवं सुरक्षा से समझौता हुआ तथा पाकिस्तान में मौजूद मसूद अजहर समेत कई खूंखार आतंकवादी बचने में कामयाब रहे।
दूसरी तरफ, भाजपा ने तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने और राहुल गांधी पर पाकिस्तान की जुबान बोलने का आरोप लगाया है।
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