मणिपुर में छात्रों के प्रदर्शन के बाद असम रवाना हुए राज्यपाल आचार्य, विवि परीक्षाएं स्थगित
वैभव नरेश
- 11 Sep 2024, 04:41 PM
- Updated: 04:41 PM
इंफाल, 11 सितंबर (भाषा) मणिपुर की राजधानी इंफाल में राजभवन की ओर मार्च निकाल रहे छात्रों की सुरक्षा बलों से झड़प के एक दिन बाद राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बुधवार को इंफाल से गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मणिपुर विश्वविद्यालय ने भी अगले आदेश तक सभी स्नातकोत्तर (पीजी) और स्नातक स्तर (यूजी) की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
मणिपुर के राज्यपाल के रूप में अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे असम के राज्यपाल आचार्य सुबह करीब 10 बजे गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए। अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को यह जानकारी दी। हालांकि उन्होंने ज्यादा विस्तार से कुछ नहीं बताया।
मंगलवार को राजभवन के पास संघर्ष के दौरान 55 से अधिक छात्रों और सुरक्षा कर्मियों को मामूली चोट आईं।
प्रदर्शनकारी छात्र पुलिस महानिदेशक और राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार पर मणिपुर में कानून व्यवस्था से निपटने में असमर्थ रहने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग कर रहे थे।
मणिपुर में हाल में फिर से भड़की जातीय हिंसा में ड्रोन और रॉकेट का इस्तेमाल किया गया।
राजभवन के पास संघर्ष होने के बाद राज्यपाल ने मंगलवार रात 11 छात्र प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
पुलिस ने कहा कि बुधवार को इंफाल घाटी में प्रदर्शन और हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई जहां कर्फ्यू लगाया गया था और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
राज्य की राजधानी इंफाल में अतिरिक्त बलों की तैनाती और संवेदनशील इलाकों में बैरिकेडिंग के साथ क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
मंगलवार को सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। छात्रों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए इंफाल के बीटी रोड और काकवा इलाके में पथराव किया तथा राजभवन तक पहुंचने के लिए वे पुलिस कर्मियों से भिड़ गए।
छात्र सोमवार सुबह से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने ख्वाइरमबंद के बाजारों में रात भर डेरा डाला। इस बीच, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि उन्होंने इंफाल कॉलेज और इबोटनसाना हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राज्य के सामने आने वाले मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘उन्होंने (छात्रों ने) हमारे राज्य में जारी अशांति के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की और मैं वास्तव में उनकी चिंता को महत्व देता हूं। हमने उनके सामने आने वाली चुनौतियों और उनकी शिक्षा पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में रचनात्मक चर्चा की।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं सभी छात्रों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम इन मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे युवाओं की आवाज महत्वपूर्ण है और हम मिलकर मणिपुर के बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करेंगे।’’
एक अन्य सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि ड्रोन हमलों में मारे गए लोगों को न्याय मिलेगा, भले ही इसमें समय लगे।
एक अन्य घटनाक्रम में, मणिपुर विश्वविद्यालय ने कहा कि सभी पीजी और यूजी परीक्षाएं अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई हैं। विश्वविद्यालय ने एक अधिसूचना में कहा कि पुन: परीक्षाओं की तिथियां जल्द ही घोषित की जाएंगी।
भाषा वैभव