दुबई में बांदा की शहजादी को हो सकती है फांसी, पिता ने मोदी से बेटी को बचाने की लगाई गुहार
सं आनन्द राजकुमार
- 03 Sep 2024, 10:07 PM
- Updated: 10:07 PM
बांदा (उप्र), तीन सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एक गांव की रहने वाली शहजादी को 20 सितंबर के बाद दुबई में कभी भी फांसी हो सकती है। शहजादी चार माह के एक बच्चे की कत्ल के सिलसिले में दुबई के आबू धाबी जेल में काफी समय से बंद है।
शहजादी के पिता ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से बेटी की जान बचाने की गुहार लगाई है।
जिले के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव के रहने वाले शब्बीर ने मंगलवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि दुबई में आबू धाबी की अलबतवा जेल में बंद उनकी बेटी शहजादी (29) ने रविवार को जेल से फोन कर उन्हें बताया कि 20 सितंबर के बाद उसे कभी भी फांसी दी जा सकती है।
शब्बीर ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सोमवार को ईमेल के जरिए पत्र भेजकर उनसे बेटी शहजादी की जान बचाने की गुहार लगाई है।
उन्होंने बताया कि उनकी बेटी शहजादी का बचपन में चेहरा जल गया था और वह ‘लॉकडाउन’ के दौरान बांदा की रोटी बैंक नामक संस्था में काम करती थी, इसी दौरान फेसबुक के जरिए आगरा के उजैर से उसकी दोस्ती हो गई और उसने उसे नवंबर 2021 में दवा कराने के बहाने दुबई भेज दिया था।
शब्बीर ने बताया कि वहां उसके (उजैर के) फूफा फैज एवं बुआ नाजिया, नाजिया की सास अंजुम सहाना बेगम रहती हैं। उन्होंने बताया कि उजैर की बुआ नाजिया को बेटा पैदा हुआ, जिसकी चार माह 21 दिन की उम्र में मौत हो गई थी और इसी बच्चे की हत्या के आरोप में उनकी बेटी शहजादी को फंसा दिया गया है।
शब्बीर ने बताया कि बेटी को फांसी की सजा की जानकारी उन्हें 2023 में मिली थी, तब से अब तक वह भारत सरकार से बेटी की जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अदालती आदेश पर बेटी को दुबई में बेचे जाने की प्राथमिकी मटौंध थाना में 15 जुलाई 2024 को दर्ज करायी गयी, लेकिन विवेचना अधिकारी (आईओ) ने जांच में कोई तेजी नहीं दिखाई। उन्होंने आईओ पर आरोपी उजैर से मिले होने का आरोप लगाया है।
इस बीच, जांच अधिकारी (आईओ) मोहम्मद अकरम ने मंगलवार की शाम ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शहजादी का मामला दुबई से जुड़ा है, जिसमें उजैर, उसका फूफा फैज, बुआ नाजिया और नाजिया की सास अंजुम सहाना बेगम आरोपी हैं। उन्होंने कहा कि पीडिता और आरोपियों का बयान दर्ज करने के लिए जल्द ही भारत में स्थित दुबई दूतावास को पत्राचार किया जाएगा।
भाषा सं आनन्द