राष्ट्रीय परीक्षण शाला, बीईई ने ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए किया समझौता
रमण अजय
- 03 Sep 2024, 08:10 PM
- Updated: 08:10 PM
नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) उपभोक्ता मामलों के विभाग के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय परीक्षण शाला (एनटीएच) ने देश में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के लिए मंगलवार को ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य मानक और लेबलिंग (एसएंडएल) कार्यक्रम को मजबूत करना है जो देशभर में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस समझौते के तहत, बीईई एनटीएच को ‘रेफरल’ प्रयोगशाला के रूप में मान्यता देगा और परीक्षण परिणामों के संबंध में तकनीकी विवादों से संबंधित मामलों को परामर्श के लिए भेजेगा।
बिजली सचिव पंकज अग्रवाल ने कहा कि बीईई बिजली उपकरणों और उत्पादों को स्टार रेटिंग प्रदान करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह जांचने की जरूरत है कि क्या जिस उद्योग ने हमसे स्टार रेटिंग ली है, वह लगातार मापदंडों को पूरा रहा है या नहीं। यह सुनिश्चित करने के लिए, हमने बाजार निगरानी और भरोसेमंद परीक्षण के लिए उपभोक्ता मामलों के विभाग (डीओसीए) के साथ हाथ मिलाया है।’’
एनटीएच अधिकारियों की विशेषज्ञता को ध्यान में रखते हुए बीईई अपनी विभिन्न तकनीकी समितियों में एनटीएच के अधिकारियों को नामित करेगा। एनटीएच दिल्ली में एनटीएच क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं/बीईई मुख्यालय में बीईई अधिकारियों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा।
उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा, ‘‘उत्पाद को... लंबे समय तक चलने के लिए डिजाइन किया जाना चाहिए। उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान करने और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए, यह समझौता ज्ञापन एनटीएच और बीईई के बीच एक स्थायी संबंध की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।’’
समझौता ज्ञापन पर बीईई के सचिव मिलिंद देवरे और एनटीएच के महानिदेशक आलोक कुमार श्रीवास्तव ने हस्ताक्षर किए।
एनटीएच राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मानकों का पालन करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी परामर्श, परीक्षण और गुणवत्ता मूल्यांकन प्रदान करता है।
बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले बीईई की ऊर्जा संरक्षण के लिए नीतियां और रणनीति विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है।
भाषा रमण