पुलिस ने अवरोधक हटाए, डॉक्टरों को बेंटिक स्ट्रीट तक बढ़ने की इजाजत दी
नोमान नरेश
- 03 Sep 2024, 04:48 PM
- Updated: 04:48 PM
कोलकाता, तीन सितंबर (भाषा) पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग कर रहे कनिष्ठ डॉक्टरों को कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार तक मार्च निकालने से रोके जाने के 24 घंटे बाद पुलिस ने मंगलवार को अवरोधक हटा दिए और डॉक्टरों को बी बी गांगुली स्ट्रीट से बेंटिक स्ट्रीट तक मार्च करने की अनुमति दे दी।
वहां से कनिष्ठ डॉक्टरों के कुछ प्रतिनिधि कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लालबाजार जाएंगे, जहां उनकी गोयल से मुलाकात होने की संभावना है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बेंटिक स्ट्रीट क्रॉसिंग पर पुलिसकर्मियों की एक बड़ी टीम मानव श्रृंखला बनाएगी।
एक प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “यह एक शांतिपूर्ण रैली होगी और हम बेंटिक स्ट्रीट तक एक साथ मार्च करेंगे। हमारे प्रतिनिधि पुलिस आयुक्त से मिलने के लिए लालबाजार जाएंगे।”
विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के कनिष्ठ डॉक्टर पुलिस आयुक्त गोयल के इस्तीफे की मांग को लेकर कोलकाता पुलिस के मुख्यालय तक मार्च निकालना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें आगे बढ़ने से रोका गया और वे मंगलवार तक बी बी गांगुली स्ट्रीट पर डटे रहे। बीबी गांगुली स्ट्रीट लालबाजार से करीब आधा किलोमीटर दूर है।
कोलकाता पुलिस ने बीबी गांगुली स्ट्रीट पर बड़ी संख्या में अवरोधक लगाए। अधिकारियों की एक बड़ी टुकड़ी अवरोधक के दूसरी तरफ तैनात रही। अवरोधकों को जंजीरों से बांधकर उनमें ताला लगाया गया था।
कनिष्ठ डॉक्टरों ने अवरोधक पर रीढ़ की हड्डी का ढांचा और लाल गुलाब रखा था। उन्होंने दावा किया कि यह ढांचा इस बात पर जोर देने के लिए रखा गया है कि नागरिकों की सुरक्षा करना पुलिस बल का कर्तव्य है।
एक प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने इससे पहले ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था, ‘‘यह हमारी योजना में शामिल नहीं था। हम नहीं जानते थे कि कोलकाता पुलिस इतनी डरी हुई है कि उसने हमें रोकने के लिए नौ फुट ऊंचे अवरोधक लगा रखे हैं। जब तक हमें लालबाजार जाने और पुलिस आयुक्त से मिलने की अनुमति नहीं दी जाएगी, तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। तब तक हम यहीं धरने पर बैठे रहेंगे।’’
प्रदर्शनकारी पीड़िता को न्याय और सभी की सुरक्षा की मांग को लेकर लगातार नारे लगा रहे थे।
बाद में कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (तृतीय) संतोष पांडे पुलिस बल के अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और डॉक्टरों को शांत करने के लिए उनसे बातचीत की।
डॉक्टरों ने सोमवार को दोपहर दो बजे लालबाजार की तरफ अपना मार्च शुरू किया था। प्रदर्शनकारियों ने गोयल की तस्वीर और उनके इस्तीफे की मांग वाली तख्तियां थाम रखी थीं।
बीबी गांगुली स्ट्रीट पर रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस आयुक्त का पुतला भी जलाया। उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर से कथित बलात्कार और हत्या के दोषियों के लिए सख्त सजा की मांग करते हुए नारे भी लगाए।
डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि नौ अगस्त को डॉक्टर से कथित बलात्कार और हत्या की घटना की जांच के दौरान पुलिस ने उचित कदम नहीं उठाए। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बाद में मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी।
भाषा नोमान