भाजपा ने केरल की महिला नेता को पार्टी से निकालने पर कांग्रेस की आलोचना की
ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र नरेश
- 02 Sep 2024, 04:25 PM
- Updated: 04:25 PM
नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केरल की एक नेता द्वारा पार्टी संगठन में ‘कास्टिंग काउच’ संस्कृति का आरोप लगाए जाने के बाद उसे पार्टी से निष्कासित करने के लिए सोमवार को कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि विपक्षी पार्टी सार्वजनिक रूप से तो महिलाओं के मुद्दों पर बोलने का ढोंग करती है लेकिन वास्तविकता में वह उनकी आवाज दबाती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केरल कांग्रेस की नेता सिमी रोजबेल जॉन ने पार्टी में शोषण और ‘कास्टिंग काउच’ की संस्कृति का आरोप लगाया था और उन्हें तत्काल पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया।
‘कास्टिंग काउच’ उस अनैतिक और गैर-कानूनी व्यवहार को कहते हैं, जिसमें काम देने के एवज में सामने वाले का यौन उत्पीड़न किया जाता है। आम तौर पर यह शब्द फिल्म उद्योग में ऐसे कृत्यों के लिए किया जाता है।
चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ओटीटी श्रृंखला ‘आईसी 814 : द कंधार हाईजैक’ से जुड़े मुद्दों पर गौर कर रहा है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि किसी को भी इस बात में कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि विमान के अपहरणकर्ता पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से थे।
केरल की नेता के साथ कांग्रेस के बर्ताव का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला कार्यस्थल पर उत्पीड़न का मुद्दा उठाती है तो संगठन का कर्तव्य है कि वह जांच करे और न्याय सुनिश्चित करे।
चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस इसमें विश्वास नहीं करती और इसके बजाय उन्होंने उन्हें चुप कराने और पार्टी से हटाने का विकल्प चुना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने अक्सर महिलाओं के मुद्दों पर बात की है लेकिन महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर वे चुप्पी साध लेते हैं, वह चाहे कोलकाता की घटना हो, कन्नौज की हो या फिर केरल की।
भाजपा नेता ने कहा कि जॉन ने अपने निष्कासन के बाद कहा था कि कांग्रेस में ईमानदार लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न को उजागर करने वाली हेमा समिति की रिपोर्ट को लेकर केरल की वाम सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि उसे रिपोर्ट जमा करने के कई साल बाद इसे जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा था कि पार्टी प्रथम दृष्टया आश्वस्त थी कि जॉन का कृत्य अनुशासन का गंभीर उल्लंघन है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
केपीसीसी की राजनीतिक मामलों की समिति की महिला नेताओं, पीसीसी की महिला पदाधिकारियों और महिला कांग्रेस प्रमुख ने एक संयुक्त शिकायत में पार्टी नेतृत्व से एआईसीसी की पूर्व सदस्य जॉन के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र