करोड़ों की धोखाधड़ी में वांछित पिथौरागढ़ का गैंगस्टर जगदीश पुनेठा दुबई से प्रत्यर्पित
राजकुमार
- 14 Nov 2025, 09:54 PM
- Updated: 09:54 PM
देहरादून, 14 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड पुलिस को करोड़ों रुपये की कथित धोखाधड़ी कर फरार हुए पचास हजार रुपये के ईनामी गैंगस्टर जगदीश पुनेठा को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित कर भारत लाने में कामयाबी हासिल हुई है।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) वी मुरुगेशन ने यहां बताया कि पुलिस की सीबीसीआईडी शाखा जगदीश पुनेठा को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर 13 नवंबर को भारत लायी ।
उन्होंने बताया कि जगदीश पुनेठा पर पिथौरागढ़ जिले में कथित रूप से फर्जी निवेश योजनाओं के माध्यम से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने, संगठित गिरोह बनाकर अवैध आर्थिक लाभ अर्जित करने तथा अन्य आपराधिक प्रकरणों में संलिप्त रहने के चार मामले दर्ज हैं।
जगदीश पुनेठा पर भारतीय दंड विधान की धाराओं-- 420, 406, 504,506, 120 बी तथा 3 यूपीआईडी अधिनियम तथा गैंगस्टर अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज हैं ।
जानकारी के अनुसार, 2021 में पिथौरागढ़ निवासी लीलाधर पाटनी ने पिथौरागढ़ जिले के सिलपाटा के निवासी जगदीश पुनेठा, ललित पुनेठा तथा झारखंड निवासी पंकज शर्मा के विरुद्ध कोतवाली पिथौरागढ़ में निर्मल बंग कमोडिटी में निवेश का झांसा देकर आठ लाख रुपये ठगने का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना के बाद ललित पुनेठा एवं पंकज शर्मा को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया जबकि लगातार फरार रहने पर जगदीश पुनेठा के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई की गई।
इसके अलावा, कई अन्य लोगों ने भी कोतवाली पिथौरागढ़ और जाजरदेवल में जगदीश पुनेठा के विरुद्ध शेयर बाजार, निर्मल बंग कमोडिटी, रॉयल पैन्थर प्राइवेट लिमिटेड, मात्रछाया आभूषण प्राइवेट लिमिटेड आदि में निवेश कराने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी किए जाने के मुकदमे दर्ज कराए ।
इसी क्रम में संगठित गिरोह बनाकर अवैध आर्थिक लाभ अर्जित करने के आरोप में 16 जनवरी 2023 को जगदीश पुनेठा के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम की धारा 2/3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया ।
हल्द्वानी सेक्टर के सीबीसीआईडी निरीक्षक प्रताप सिंह नेगी द्वारा मामले में विवेचना की गयी जिसमें खुलासा हुआ कि आरोपी जगदीश पुनेठा एवं उसके सहयोगियों ने लगभग 15.17 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की तथा कुल 2.22 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की ।
लगातार फरार रहने पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा उसके खिलाफ 50,000 रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया ।
पिथौरागढ़ पुलिस के तकनीकी एवं मैनुअल इनपुट के आधार पर आरोपी के दुबई में छिपे होने की पुष्टि हुई जिसके बाद सीबीसीआईडी द्वारा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से इंटरपोल से समन्वय स्थापित कर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया गया । इसी की सहायता से आरोपी को दुबई में गिरफ्तार किया गया ।
इसके बाद, सीबीसीआईडी के देहरादून सेक्टर के अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ठाकुर के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय टीम दुबई गयी और उसे भारत लायी ।
भाषा दीप्ति