पूर्वोत्तर को बुनियादी ढांचे, निवेश, कौशल विकास में सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई: सीतारमण
पाण्डेय रमण
- 14 Nov 2025, 09:29 PM
- Updated: 09:29 PM
कोहिमा, 14 नवंबर (भाषा) केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने बुनियादी ढांचे, निवेश, कौशल विकास और डिजिटल विस्तार के मामले में पूर्वोत्तर को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
उन्होंने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) कोहिमा में छात्रों और युवा पेशेवरों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।
इस दौरान प्रतिभागियों ने 'एक्ट ईस्ट' नीति, उभरती प्रौद्योगिकियों, महिलाओं के वित्तीय सशक्तीकरण और डिजिटल समावेश से जु़ड़े सवाल किए।
ऋषभ सेठी ने नवाचार और व्यापार के लिए 'एक्ट ईस्ट' नीति का लाभ उठाने के बारे में एक सवाल पूछा। इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, ''विकास, कौशल और निवेश के संदर्भ में पूर्वोत्तर को नीति के केंद्र में रखा गया है।''
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को अब मजबूत संपर्क, बेहतर डिजिटल बुनियादी ढांचे और व्यापक बाजार पहुंच का समर्थन प्राप्त है। पूर्वोत्तर क्षेत्र में राजमार्गों, हवाई अड्डों, डिजिटल नेटवर्क और लॉजिस्टिक में तेजी से सुधार हो रहा है।
सीतारमण ने कहा, ''क्षमताओं में वृद्धि हुई है... और डिजिटल क्षमताएं बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। दक्षिण पूर्व एशिया के साथ भारत के जुड़ाव के लिहाज से इस क्षेत्र का विशेष महत्व है।''
एआई और रोबोटिक्स के बीच भारत के डिजिटल भविष्य पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने राष्ट्रीय विकास में योगदान देने की छात्रों की आकांक्षा की प्रशंसा की।
उन्होंने युवाओं को नकारात्मक प्रभावों, विशेष रूप से नशीली दवाओं के दुरुपयोग से सावधान रहने के लिए आगाह किया।
महिलाओं की वित्तीय जागरूकता पर पूछे गए सवाल पर सीतारमण ने कहा कि भारतीय महिलाएं पारंपरिक रूप से घरेलू वित्त का प्रबंधन करती रही हैं और अब आधुनिक अवसर अधिक मजबूत वित्तीय स्वतंत्रता पर जोर देते हैं।
उन्होंने कहा, ''अपने पैसे पर नियंत्रण रखें, उसका प्रबंधन करें और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनें। ऐसा परिवार को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि उसे मजबूत बनाने के लिए करना है।''
वित्त मंत्री ने महिला उद्यमियों के लिए जमानत मुक्त ऋण, उच्च ब्याज दर वाले बचत खाते और पीएम वात्सल्य जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में बताया, जो वित्तीय सुरक्षा में मदद करती हैं।
भाषा पाण्डेय