कांग्रेस ने महाराष्ट्र के बाद बिहार में भी वही गलती की: शिवसेना उबाठा नेता
शुभम नेत्रपाल
- 14 Nov 2025, 07:04 PM
- Updated: 07:04 PM
छत्रपति संभाजीनगर, 14 नवंबर (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता अंबादास दानवे ने शुक्रवार को सहयोगी कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी ने बिहार में वही गलती की जो उसने महाराष्ट्र में की थी, जहां वह 2024 के विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे को महा विकास आघाडी (एमवीए) का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के पक्ष में नहीं थी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान बड़ी संख्या में सीट मांगती है, लेकिन उनमें से अधिकतर पर जीतने में विफल रहती है, जिसका अंत में गठबंधन के समग्र प्रदर्शन पर असर पड़ता है।
दानवे ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को महाराष्ट्र में हुई गलतियों से सीख लेनी चाहिए थी।
पूर्व विधायक के बयान पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें सुझाव दिया गया कि शिवसेना (उबाठा) को कांग्रेस के साथ संबंध तोड़कर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शामिल हो जाना चाहिए।
भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बिहार विधानसभा चुनाव में भारी जीत की ओर अग्रसर है। शुक्रवार को हुई मतगणना में 243 में से लगभग 200 सीट पर बढ़त के साथ भाजपा लगभग 95 प्रतिशत स्ट्राइक रेट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और तीन वामपंथी दलों वाला महागठबंधन करारी हार का सामना करते हुए दिखाई पड़ रहा है।
बिहार में राजग की बढ़त भाजपा के दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा में लगातार शानदार प्रदर्शन के बाद आई है।
दानवे ने बिहार में राजग को मिले भारी जनादेश पर पत्रकारों से कहा कि अगर कांग्रेस ने निर्णायक कदम उठाया होता तो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को अलग परिणाम देखने को मिलता।
पूर्व में दानवे राज्य विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस को पहले ही सबक सीख लेना चाहिए था, लेकिन उसने बिहार में भी सबक नहीं सीखा। अगर उन्होंने (महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले) उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया होता और सीट बंटवारे को तेजी से अंतिम रूप दे दिया होता तो नतीजे अलग होते। फिर उन्होंने बिहार में भी यही गलती दोहराई।’’
नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति ने 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी, जबकि एमवीए को केवल 46 सीट मिली।
दानवे ने कहा कि बिहार में कांग्रेस और तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन तक जारी रही।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सदस्य डॉ. भागवत कराड ने दानवे के बयान का हवाला देते हुए विपक्षी एमवीए पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘एमवीए को जनता का समर्थन नहीं है।’’
कराड ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे ने हिंदू धर्म त्याग दिया और इसलिए लोगों ने उन्हें छोड़ दिया, भले ही उनका मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कोई भी घोषित किया गया हो। मैं अंबादास दानवे को उनके बयान के लिए बधाई देता हूं क्योंकि उन्हें आखिरकार अपनी गलती का एहसास हो गया है, हालांकि अब देर हो चुकी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें आखिरकार समझ आ गया है कि कांग्रेस गलतियां करती है। उन्हें कांग्रेस से नाता तोड़कर महायुति में शामिल हो जाना चाहिए।’’
भाषा
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