लाल किला विस्फोट स्पष्ट तौर पर ‘आंतकी हमला’, भारतीय सवाधानीपूर्वक जांच कर रहे: रुबियो
धीरज प्रशांत
- 13 Nov 2025, 09:19 PM
- Updated: 09:19 PM
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क, 13 नवंबर (भाषा) अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि भारत की राजधानी में लाल किले के नजदीक कार विस्फोट ‘‘स्पष्ट रूप से’’ एक आतंकवादी हमला है। उन्होंने इस घटना की जांच में भारत की ‘‘बहुत ही संतुलित’’ और ‘‘बेहद पेशेवर’’ भूमिका की सराहना की।
दिल्ली में लाल किले के नजदीक सोमवार शाम को हुए एक उच्च-तीव्रता वाले विस्फोट में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। भारत ने बुधवार को इस कार विस्फोट को ‘‘जघन्य आतंकी घटना’’ करार दिया।
रुबियो ने बुधवार को कनाडा के हैमिल्टन में प्रेस को दिए अपने बयान में कहा, ‘‘हां, हमें इसके परिणाम का एहसास है। लेकिन मुझे लगता है कि भारतीयों की सराहना की जानी चाहिए। वे इस जांच को बहुत सोच-समझकर, सावधानी से और बहुत ही पेशेवर तरीके से अंजाम दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जांच जारी है। साफ है कि यह एक आतंकवादी हमला था। यह अत्यधिक विस्फोटक पदार्थों से भरी एक कार थी जिसमें विस्फोट हुआ और कई लोग मारे गए।’’
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘(लेकिन) मुझे लगता है कि वे बहुत अच्छे तरीके से जांच कर रहे हैं। मुझे लगता है कि जब उनके पास तथ्य होंगे, तो वे उन तथ्यों को सार्वजनिक कर देंगे।’’
उन्होंने यह टिप्पणी दिल्ली में लाल किले के नजदीक हुए विस्फोट और मई में भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष की पृष्ठभूमि में दोनों पड़ोसी देशों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर उनकी चिंता के बारे में पूछे जाने पर की।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान में स्थित आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। 10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच हुई बातचीत के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी।
रुबियो ने नियाग्रा में जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मुलाकात की।
इस पर रुबियो ने कहा, ‘‘हम इस घटना के संभावित परिणामों से वाकिफ हैं। हमने आज इस पर थोड़ी चर्चा भी की है कि इसका दायरा कितना बढ़ सकता है। लेकिन हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि भारत की जांच क्या सामने लाती है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने मदद की पेशकश की है ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि वे (भारतीय एजेंसियां) इस तरह की जांच में बहुत सक्षम हैं। उन्हें हमारी मदद की आवश्यकता नहीं है। वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और मैंने पाया कि वे हमेशा की तरह इस बार भी बहुत संयमित और पेशेवर तरीके से आगे बढ़ रहे हैं।’’
रुबियो से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज जी7 एफएमएम सत्र में विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात हुई। दिल्ली में विस्फोट में जनहानि पर उनकी संवेदनाओं के लिए आभार व्यक्त करता हूं। हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की विशेष रूप से व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला पर। साथ ही यूक्रेन संघर्ष, पश्चिम एशिया की स्थिति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी विचार साझा किए।’’
भाषा धीरज