दिल्ली विस्फोट के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, निर्दोष कश्मीरियों को परेशान न किया जाए : उमर
रवि कांत प्रशांत
- 13 Nov 2025, 06:45 PM
- Updated: 06:45 PM
जम्मू, 13 नवंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली विस्फोट के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। लेकिन साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को आतंकवाद का समर्थक नहीं कहा जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में शांति और सद्भाव बिगाड़ने के लिए कुछ ही तत्व जिम्मेदार हैं।
दिल्ली में सोमवार को विस्फोटकों से लदी एक कार में विस्फोट हुआ था, जिसे दक्षिण कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉ. उमर नबी चला रहा था।
डॉ. उमर नबी कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकवादी नेटवर्क का प्रमुख सदस्य बनकर उभरा है।
दिल्ली की सीमा से सटे फरीदाबाद में एक अन्य कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल गनई के किराये के मकान से लगभग 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और हथियारों तथा गोला-बारूद का जखीरा बरामद होने के कुछ ही घंटों के बाद लाल किला के पास विस्फोट हुआ था।
उमर अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ इस हमले के लिए ये चंद लोग ही जिम्मेदार हैं। जो दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए और निर्दोष लोग को इसमें नहीं फंसाया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। निर्दोष लोगों की इस तरह निर्मम हत्या बेहद शर्मनाक है। कोई भी इस तरह के कृत्य को उचित नहीं ठहरा सकता। मामले की जांच जारी रहेगी।’’
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर की पूरी आबादी को आतंकवाद का समर्थक नहीं कहा जा सकता, क्योंकि क्षेत्र में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए केवल कुछ तत्व ही जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर का हर निवासी आतंकवादी नहीं है। हर कश्मीरी आतंकवादियों के पक्ष में नहीं है। ये तो बस मुट्ठी भर लोग हैं जिन्होंने यहां की शांति और सद्भावना को बिगाड़ने की कोशिश की है।’’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, ‘‘ जब हम हर कश्मीरी मुसलमान को एक ही नजर से देखने लगते हैं और यह धारणा बनाने की कोशिश करते हैं कि हर कश्मीरी मुसलमान आतंकवादी है, तो चीजों को सही रास्ते पर रखना बहुत मुश्किल हो जाता है।’’
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दिल्ली विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए तथा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘जो भी दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए। निर्दोष लोग इसमें न फंसें।’’
दिल्ली में सोमवार शाम को लाल किले के पास शाम 6:52 बजे एक हुंदै आई20 कार में विस्फोट हुआ था, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
भाषा रवि कांत