गुजरात एटीएस की गिरफ्त में आए दो संदिग्ध उप्र के एक ही मदरसे में पढ़े थे
सं जफर नरेश
- 13 Nov 2025, 04:17 PM
- Updated: 04:17 PM
मुजफ्फरनगर (उप्र), 13 नवम्बर (भाषा) देश में आतंकवादी गतिविधियों की व्यापक जाँच के सिलसिले में गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा हाल ही में पकड़े गए दो युवक पहले यहाँ एक ही मदरसे में साथ पढ़ते थे।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
गिरफ्तार किए गए युवक शामली जिले के झिंझाना कस्बे का दर्जी आज़ाद सुलेमान शेख (20) और लखीमपुर खीरी का मोहम्मद सुहैल खान (23) बुढ़ाना कस्बे के एक स्थानीय मदरसे के छात्र रहे थे।
पीटीआई-भाषा से बात करते हुए, बुढ़ाना मदरसे के मोहतमिम (शिक्षक) मौलाना दाउद ने पुष्टि की कि दोनों युवकों ने उनके संस्थान में हाफिज-ए-कुरान (कुरान कंठस्थ) की पढ़ाई की थी, लेकिन गिरफ्तारी से बहुत पहले ही वे वहाँ से चले गए थे।
मौलाना दाउद ने कहा, ‘‘आज़ाद शेख ने 2018 से 2019 तक यहाँ पढ़ाई की। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान मदरसा बंद होने पर वह चला गया और फिर कभी वापस नहीं लौटा।’’
मौलवी ने आगे कहा, ‘‘सुहैल लगभग तीन महीने पहले हाफ़िज़ की पढ़ाई के लिए आया था, लेकिन पांच नवंबर को अपने पिता की बीमारी का हवाला देकर चला गया। उसके बाद से वह वापस नहीं आया।’’
मदरसा प्रमुख ने स्पष्ट किया कि संस्था केवल धार्मिक शिक्षा प्रदान करती है और इसका ‘‘किसी भी अवैध या गैरकानूनी गतिविधि से कोई संबंध नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें दोनों पूर्व छात्रों की गिरफ़्तारी के बारे में मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से ही पता चला।
इस बीच, आज़ाद के पिता, सुलेमान, जो झिंझाना में एक निर्माण मज़दूर हैं, ने पीटीआई-भाषा से कहा कि उनका बेटा ‘निर्दोष’ है और परिवार को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह गुजरात कैसे पहुँचा।
सुलेमान ने कहा, ‘‘मेरा बेटा 40 दिनों की तब्लीगी जमात यात्रा पर पश्चिम बंगाल गया था। बाद में, उसने हमें बताया कि वह अपने मदरसे वापस जा रहा है, लेकिन वह वहाँ कभी नहीं पहुँचा। हमें उसकी गिरफ्तारी के बारे में खबरों से पता चला।’’
शामली के पुलिस अधीक्षक एनपी सिंह ने कहा कि गुजरात एटीएस ने आज़ाद को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और उत्तर प्रदेश एटीएस भी उसकी पृष्ठभूमि की समानांतर जाँच कर रही है।
सिंह ने कहा, ‘‘आज़ाद के नाम से कोई पासपोर्ट नहीं मिला है। हम जाँच के तहत उसके बैंक विवरण और स्थानीय संबंधों की पुष्टि कर रहे हैं।’’
दोनों संदिग्धों को गुजरात एटीएस ने आठ नवंबर को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने चल रही जाँच का हवाला देते हुए मामले के बारे में और जानकारी नहीं दी है।
भाषा सं जफर