केरल में ‘पीएम श्री’ को लेकर वाम दलों के बीच विवाद अब भी अनसुलझा
गोला सुभाष
- 13 Nov 2025, 02:47 PM
- Updated: 02:47 PM
तिरुवनंतपुरम, 13 नवंबर (भाषा) केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि केंद्र सरकार राज्य के स्कूलों के लिए धनराशि रोकती है तो उन्हें इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है जब ‘पीएम श्री’ स्कूल योजना को लेकर एलडीएफ के घटक दलों मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के बीच मतभेद बना हुआ है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ अपनी हालिया बैठक के बारे में पत्रकारों से बात करते हुए शिवनकुट्टी ने कहा कि उनकी 45 मिनट की चर्चा ‘पीएम श्री’ के बारे में नहीं थी, बल्कि अन्य केंद्रीय योजनाओं के तहत धन जारी करने में देरी के बारे में थी।
उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा केरल (एसएसके) कार्यक्रम के तहत राज्य को 92.41 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, जबकि 1,066.36 करोड़ रुपये लंबित हैं।
शिवनकुट्टी ने कहा, ‘‘मैं लंबित राशि को लेकर आशंकित हूं। अगर एसएसके के तहत शेष राशि नहीं मिलती है, तो शिक्षा मंत्री होने के नाते मैं इसके लिए जिम्मेदार नहीं हूं। जो जिम्मेदार हैं, उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के किसी भी एजेंडे को केरल में शिक्षा क्षेत्र को प्रभावित करने नहीं दिया गया है।
शिवनकुट्टी ने कहा कि उन्हें पता चला है कि कुछ समूह दावा कर रहे हैं कि वे ही एकमात्र ऐसे समूह हैं जो वाम मोर्चे का बचाव कर रहे हैं और केरल के शिक्षा क्षेत्र में आरएसएस के प्रभाव का मुकाबला कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे दावों को भ्रामक बताया।
भाकपा के प्रदेश सचिव बिनॉय विश्वम द्वारा लिखे गए एक लेख का हवाला देते हुए शिवकुट्टी ने कहा, ‘‘लेख को पढ़ने से यह स्पष्ट है कि यह किसकी ओर इशारा करता है। हम मूर्ख नहीं हैं।’’
इस लेख में कहा गया है कि वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के राजनीतिक रुख के कारण केरल ने ‘पीएम श्री’ के खिलाफ केंद्र को पत्र लिखा लिखा गया है।
भाकपा के साथ किसी भी तरह के मतभेद के बारे में पूछे जाने पर शिवनकुट्टी ने कहा कि उन्हें सहयोगी पार्टी से लगाव है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सिर्फ़ हकीकत बयान की है। मैंने किसी की आलोचना नहीं की है और न ही किसी का नाम लिया है।’’
उन्होंने कहा कि ‘पीएम श्री’ की समीक्षा के लिए गठित समिति की भूमिका अहम है।
शिवनकुट्टी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाकपा के प्रदेश सचिव बिनॉय विश्वम ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि मंत्री को क्यों उकसाया गया।
विश्वम ने कहा कि भाकपा के राज्य सचिव होने के नाते वह किसी भी उकसावे के लिए तैयार नहीं हैं और उनकी राजनीतिक समझ भी इसकी अनुमति नहीं देती।
भाषा
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