केरल में एलिवेटेड राजमार्ग पर निर्माण कार्य के दौरान वाहन पर गर्डर गिरने से व्यक्ति की मौत
प्रचेता मनीषा
- 13 Nov 2025, 05:07 PM
- Updated: 05:07 PM
अलप्पुझा (केरल), 13 नवंबर (भाषा) अलप्पुझा के चांदिरूर में बुधवार देर रात एलिवेटेड राजमार्ग पर एक भारी गर्डर के एक पिक-अप वाहन पर गिर जाने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस घटना के दौरान राजमार्ग पर काम चल रहा था। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान राजेश के रूप में हुई है। वह इस जिले के हरिपाद के पास पल्लिपाड का रहने वाला था।
यह दुर्घटना देर रात लगभग 2:30 बजे तब हुई जब क्रेन कर्मी दो भारी गर्डरों को खंभे पर रख रहे थे और तभी उनमें से एक गर्डर नीचे से गुजर रही एक पिकअप लॉरी पर जा गिरा। यह पिकअप लॉरी राजेश चला रहा था और अंडे ले कर तमिलनाडु से हरिपाद जा रहा था।
वाहन में फंसे राजेश को पुलिस और दमकल एवं बचाव सेवा कर्मियों ने तीन घंटे से अधिक समय की मेहनत के बाद गर्डर को किसी तरह काट कर बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
अरूर के विधायक दलीमा ने पत्रकारों से बताया कि उन्हें यह जानकारी मिली है कि मध्यरात्रि में काम के दौरान भी यातायात जारी था।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद क्रेन संचालकों सहित अन्य कर्मी मौके से भाग गए, जिससे बचाव अभियान में देरी हुई।
अलाप्पुझा के जिलाधिकारी एलेक्स वर्गीस ने बताया कि यह दुर्घटना गर्डर स्थापित करने के लिए उपयोग किए गए जैक (भारी वस्तु को उठाने का उपकरण) में आई तकनीकी खराबी के कारण हुई।
वर्गीस ने कहा, "आमतौर पर, जब सड़क के इस हिस्से पर उच्च जोखिम वाले निर्माण कार्य किए जाते हैं तो यातायात रोक दिया जाता है। हम इस बात की जांच करेंगे कि क्या कोई चूक हुई है।"
वर्गीस के अनुसार, वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगभग 40 मार्शलों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में अशोक बिल्डर्स से रिपोर्ट मांगी है जो यह निर्माण का कार्य संभाल रहे थे।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-66 पर स्थित अरूर-थुरावूर एलिवेटेड कॉरिडोर के खंभा संख्या 203 पर दो 'प्रीकास्ट गर्डर' लगाए जाने के दौरान गिर गए।
घटना के बाद, एनएचएआई ने मामले की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का निर्णय लिया है जोकि जल्द ही प्रारंभिक निरीक्षण कर सकती है।
लोक निर्माण मंत्री पी. ए. मोहम्मद रियास ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के एक सचिव को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
अलप्पुझा के सांसद के. सी. वेणुगोपाल ने घटना को लेकर केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की आलोचना करते हुए कहा, "केवल अरूर-थुरावूर हिस्से में सड़क की स्थिति खराब होने के कारण हुई कई दुर्घटनाओं में लगभग 40 लोगों की मौत हुई है। सरकार का एकमात्र लक्ष्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित किए बिना जैसे-तैसे एलिवेटेड राजमार्ग को पूरा करना लगता है।"
अरूर पुलिस ने निर्माण कार्य में शामिल लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 के तहत गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
राजेश के रिश्तेदारों ने विरोध प्रदर्शन कर राजेश के परिवार के लिए उचित मुआवजे और उनके बच्चों के लिए नौकरी की मांग की है।
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद अधिकारियों ने परिवार और निर्माण कंपनी से मुलाकात की। मामले में कंपनी 25 लाख रुपये का मुआवजा देगी जो दो दिनों के भीतर सौंप दिया जाएगा।
पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
भाषा प्रचेता