अमेरिका में तस्करी मामले में चीनी वैज्ञानिक ने दोष स्वीकार किया, जल्द वापस भेजा जायेगा
एपी रंजन वैभव
- 13 Nov 2025, 10:02 AM
- Updated: 10:02 AM
डेट्रोइट, 13 नवंबर (एपी) अमेरिका के मिशिगन में जैविक पदार्थों की तस्करी के आरोप में एक चीनी वैज्ञानिक ने बुधवार को अपना अपराध स्वीकार कर लिया। चीनी वैज्ञानिक को हालांकि पहले से ही हिरासत में बिताए गए पांच महीनों के कारावास के अलावा कोई अतिरिक्त जेल की सजा नहीं दी गई।
चीन की इस महिला वैज्ञानिक की पहचान युनकिंग जियान के रूप में की गई है। उसे रिहा कर दिया जाएगा और जल्द ही उसे देश से निर्वासित कर दिया जाएगा। जियान मिशिगन विश्वविद्यालय में एक प्रयोगशाला में अस्थायी शोधकर्ता थीं।
न्यायाधीश ने इसे ‘बेहद अजीब’ मामला बताया जिसमें अविश्वसनीय रूप से एक कुशल शोधकर्ता शामिल है।
जियान (33) को जून में गिरफ्तार किया गया था और उस पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर विश्वविद्यालय परिसर में एक प्रयोगशाला में एक जहरीले कवक का अध्ययन और पोषण करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।
इससे पहले, सुनवाई के दौरान सहायक अमेरिकी अटॉर्नी माइकल मार्टिन ने कहा कि इससे ‘‘विनाशकारी नुकसान’’ होने की संभावना थी, हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।
मार्टिन ने जियान का ज़िक्र करते हुए न्यायाधीश से कहा, ‘‘मेरे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उसकी कोई बुरी मंशा थी। लेकिन मेरे पास इस बात का भी कोई साक्ष्य नहीं है कि वह मानवता की भलाई के लिए ऐसा कर रही थी।’’
जियान के वकीलों के लिए साक्ष्यों का अध्ययन करने वाले इंडियाना विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ रोजर इनेस ने कहा, ‘‘अमेरिकी किसानों या किसी अन्य के लिए कोई खतरा नहीं था’’ या अधिक घातक किस्म बनाने का उसका कोई इरादा नहीं था।
जियान ने अपनी स्वीकारोक्ति में कहा कि उसने चीन में एक सहकर्मी को 2024 में एक किताब में जैविक सामग्री छिपाकर भेजने के लिए कहा था। हालांकि, यह किताब अमेरिकी एजेंटों द्वारा जब्त कर ली गई थी।
चीनी वैज्ञानिक के खिलाफ साजिश का आरोप तस्करी और जांचकर्ताओं के सामने झूठे बयान देने के अपराध की स्वीकारोक्ति के बदले में हटा दिया गया।
मार्टिन ने जियान के लिए दो साल की जेल की सज़ा की मांग की, जो सज़ा संबंधी दिशानिर्देशों के तहत अधिकतम छह महीने की सज़ा से चार गुना अधिक है।
अमेरिकी जिला न्यायाधीश सुजैन डेक्लर्क ने पांच महीने की जेल की सजा तय की, जो जियान पहले ही काट चुकी थी।
जियान ने माफी मांगते हुये कहा, ‘‘मैंने नियमों का पालन नहीं किया क्योंकि मुझ पर शोध जारी रखने और नतीजे देने का दबाव था। शोध का उद्देश्य किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि फसलों को बीमारियों से बचाने के तरीके खोजना था।’’
एपी रंजन