जम्मू-कश्मीर में दबोचे गए आतंकियों के सहयोगियों से मिले सुराग के बाद ‘आतंकी मॉड्यूल’ का भंडाफोड़ हुआ
शफीक सुरेश
- 12 Nov 2025, 04:38 PM
- Updated: 04:38 PM
श्रीनगर, 12 नवंबर (भाषा) आतंकी संगठनों- जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद, के पोस्टर के साथ पकड़े गए आतंकियों के दो सहयोगियों की गिरफ्तारी से आतंकवादियों के अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ, जिसके परिणामस्वरूप हरियाणा के फरीदाबाद में हथियारों और 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री का जखीरा बरामद हुआ। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
श्रीनगर पुलिस ने दो नवंबर को आतंकियों के दो सहयोगियों को पकड़ लिया और स्थानीय पुलिस की त्वरित जांच से तीन दिनों से भी कम समय में साजिश का पर्दाफाश हो गया।
जांच की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि नौगाम पुलिस थाने के थाना प्रभारी (एसएचओ) मीर मसर्रत आलम ने पूछताछ के दौरान पाया कि संदिग्ध एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा थे और उनका हैंडलर (आका) - मौलवी इरफान अहमद - शोपियां जिले का रहने वाला था, लेकिन नौगाम इलाके में एक स्थानीय मस्जिद में इमाम के रूप में काम करके गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
अधिकारियों ने कहा कि नौगाम पुलिस थाने की टीम ने जब इमाम को उठाया तब उसने मॉड्यूल में कई युवा डॉक्टरों की संलिप्तता का खुलासा किया, जो वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के बाहर काम कर रहे थे।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘एसएचओ ने अपने वरिष्ठों को (इस महत्वपूर्ण) खुलासे के बारे में सूचित किया, जिन्होंने एक टीम उत्तर प्रदेश के सहारनपुर भेजी, जहां जम्मू-कश्मीर पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से एक निजी अस्पताल के डॉक्टर अदील अहमद राठेर को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।’’
उन्होंने बताया कि राठेर को छह नवंबर को गिरफ्तार किया गया और उसे अगले दिन ट्रांजिट रिमांड पर श्रीनगर लाया गया था। राठेर से पूछताछ के दौरान, पुलिस ने उस मेडिकल कॉलेज के एक लॉकर से एक एके राइफल बरामद की, जहां उसने पिछले साल अक्टूबर तक काम किया था।
डॉक्टर ने मॉड्यूल के अन्य सदस्यों द्वारा फरीदाबाद और अन्य स्थानों पर बड़ी मात्रा में विस्फोटक एकत्र किए जाने की जानकारी का खुलासा किया। इसके बाद, पुलिस ने डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई को गिरफ्तार कर लिया, जो अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए पुलवामा जिले में अपने पैतृक गांव आया था।
अधिकारियों ने बताया कि उसकी निशानदेही पर, फरीदाबाद में उसके किराये के कमरे से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया।
गनई फरीदाबाद के एक स्थानीय अस्पताल में काम कर रहा था, जहां दिल्ली विस्फोट मामले का मुख्य संदिग्ध उमर नबी भी काम करता था।
अधिकारियों ने बताया कि मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में एसएचओ की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण उन्हें विस्फोटकों की बरामदगी और दिल्ली विस्फोट की जांच में सहायता के लिए एनसीआर बुलाया गया।
इस बीच, कश्मीर में जांच तेज हो गई है, जिसमें ऐसे व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं। राठेर, गनई या नबी से करीबी संबंध रखने वाले कई चिकित्सकों सहित दर्जनों लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मौलवी इरफान की पत्नी फातिमा बानो से भी पूछताछ की।
भाषा शफीक