नुआपाड़ा उपचुनाव: पांच बजे तक 75 प्रतिशत से अधिक मतदान, दो निर्वाचन अधिकारी निलंबित
राजकुमार नरेश
- 11 Nov 2025, 06:35 PM
- Updated: 06:35 PM
भुवनेश्वर, 11 नवंबर (भाषा) ओडिशा की नुआपाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मंगलवार को पांच बजे तक 2.53 लाख मतदाताओं में से 75 प्रतिशत से अधिक ने वोट डाला। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
वैसे तो उपचुनाव के परिणाम से राज्य की सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस के लिए यह राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले साल राज्य में भाजपा के अपने दम पर पहली बार सरकार बनाने के बाद से यह पहला चुनावी मुकाबला है।
उपचुनाव से पहले कम से कम छह बार नुआपाड़ा का दौरा कर चुके मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। इसी तरह, इस चुनाव को बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक के राज्य की राजनीति में निरंतर प्रभाव की परीक्षा के रूप में भी देखा जा रहा है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और 311 मतदान केंद्रों पर उसका समापन पांच बजे हुआ। लेकिन जो मतदाता कतार में खड़े हैं, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा।
इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 358 मतदान केंद्र बनाये गये हैं जिनमें से 47 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। इन संवेदनशील मतदान केंद्रों पर एक घंटा पहले मतदान बंद हो गया।
मतदान समाप्त होने के बाद, माओवादी गतिविधि के कारण अत्यधिक संवेदनशील माने जाने वाले सुनाबेड़ा वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र से मतदान दलों को ईवीएम के साथ भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के दो हेलीकॉप्टरों द्वारा नुआपाड़ा स्थित जिला मुख्यालय पहुंचाया गया।
निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, पांच बजे तक 75.37 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया।
राज्य में 2024 के विधानसभा चुनाव में नुआपाड़ा में 75.44 प्रतिशत मतदान हुआ था।
एक अधिकारी ने बताया कि खरियार रोड स्थित मोंगरापाली मतदान केंद्र पर तकनीकी खराबी के कारण कुछ समय के लिए मतदान में अस्थायी रूप से व्यवधान आया, लेकिन उसे ठीक कर लिया गया। उन्होंने बताया कि तीन ‘बैलेट यूनिट (बीयू)’ , तीन ‘कंट्रोल यूनिट (सीयू)’ तथा एक वीवीपैट को तुरंत बदल दिया गया।
बीजद विधायक राजेंद्र ढोलकिया का आठ सितंबर को निधन हो जाने के बाद यह उपचुनाव आवश्यक हुआ। क्षेत्रीय दल बीजद ने यह सीट बरकरार रखने के लिए स्नेहांगिनी छुरिया को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने दिवंगत विधायक के पुत्र जय ढोलकिया को उम्मीदवार बनाया है।
वर्ष 2000 से राज्य की सत्ता से बाहर कांग्रेस ने वरिष्ठ आदिवासी नेता घासीराम माझी को अपना उम्मीदवार बनाया है। माझी 2024 के विधानसभा चुनाव में 50,000 से अधिक वोट हासिल करके दूसरे स्थान पर रहे थे।
इस बीच, बीजद ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आवेदन देकर शिकायत की है कि भाजपा ने ‘पांच मतदान केंद्रों के अंदर जबरदस्ती प्रचार करके और विभिन्न बूथों पर मतदाताओं को टिफिन वितरित करके’ आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर एस गोपालन ने संवाददाताओं को बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदान सुचारू रूप से जारी है ।
जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) के अनुसार, मतदान की गोपनीयता बनाए रखने में विफल रहने के कारण दो निर्वाचन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
उनकी पहचान पीठासीन अधिकारी के रूप में कार्यरत बिरोमल स्थित सरकारी उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक संदीप कुमार स्वैन और कुलियाबांध सरकारी स्कूल में पीठासीन अधिकारी धनंजय मलिक के रूप में हुई है।
भाषा राजकुमार