म्यांमा के ठगी केंद्रों से भागकर थाईलैंड पहुंचे 197 भारतीयों को स्वदेश लाया गया
राजकुमार धीरज
- 10 Nov 2025, 08:33 PM
- Updated: 08:33 PM
नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) भारत ने सोमवार को दो सैन्य विमानों से थाईलैंड से अपने 197 नागरिकों के दूसरे समूह को वापस लाया। कुछ दिन पहले ही ये लोग म्यांमा के कुख्यात ठगी केंद्र से थाईलैंड के सीमा में दाखिल हुए थे।
भारत ने बृहस्पतिवार को थाईलैंड से 270 भारतीयों के पहले जत्थे को वापस लाया था।
ये भारतीय उन 28 देशों के 1,500 लोगों में शामिल थे, जो म्यांमा के शहर म्यावाड्डी में केके पार्क के साइबर अपराध केंद्र पर छापे के बाद पिछले महीने थाईलैंड भाग गये थे।
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘आज भारतीय वायु सेना के दो विशेष उड़ानों से 197 भारतीय नागरिकों को थाईलैंड के माई सोत से भारत वापस ले जाया गया।’’
दूतावास ने सोशल मीडिया मंच पर बताया, ‘‘थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चार्नविराकुल ने इस अभियान की निगरानी के लिए आज दोपहर माई सोत का दौरा किया।’’
दूतावास ने कहा कि प्रधानमंत्री ने माई सोत से बंदियों की शीघ्र स्वदेश वापसी के लिए थाईलैंड की ओर से भारत सरकार की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
भारतीय मिशन ने कहा कि थाई प्रधानमंत्री ने म्यांमा के ठगी केंद्रों से मुक्त कराए गए भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में थाई अधिकारियों की ओर से निरंतर सहयोग का आश्वासन भी दिया।
दूतावास ने कहा , ‘‘दोनों पक्षों ने क्षेत्र में साइबर ठगी और मानव तस्करी समेत अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने और इस उद्देश्य के लिए दोनों देशों की संबंधित एजेंसियों के बीच प्रगाढ समन्वय के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।’’
उसने कहा, ‘‘आज वापस भेजे गए भारतीय नागरिकों को हाल में म्यांमा के म्यावड्डी से थाईलैंड पहुंचने के बाद माई सोत में हिरासत में ले लिया गया था। वे म्यावड्डी में कथित तौर पर साइबर ठगी केंद्रों में काम कर रहे थे।’’
थाई अधिकारियों ने इन भारतीयों को थाई आव्रजन कानूनों के उल्लंघन के आरोप में तब हिरासत में लिया था, जब वे अवैध रूप से देश में प्रवेश कर रहे थे।
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास और चियांग माई स्थित वाणिज्य दूतावास ने इन भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए थाई सरकार की एजेंसियों के साथ समन्वय किया।
थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने एक बार फिर भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे विदेश में नौकरी के प्रस्ताव स्वीकार करने से पहले विदेशी नियोक्ताओं की साख परखें और भर्ती एजेंटों एवं कंपनियों के पिछले रिकॉर्ड की जांच कर लें।
दूतावास ने कहा कि भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए थाईलैंड में वीज़ा-मुक्त प्रवेश केवल पर्यटन और लघु व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए है और इसका थाईलैंड में रोजगार पाने के लिए दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
म्यांमा के ये ठगी केंद्र अंतरराष्ट्रीय साइबर घोटालों में शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न देशों के सैकड़ों लोगों की तस्करी करके उन्हें इन केंद्रों में धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया गया। कथित तौर पर ऐसे ही केंद्र कंबोडिया, लाओस, फिलीपीन और मलेशिया में भी हैं।
भाषा
राजकुमार