टीएमसी के अभिषेक बनर्जी ने सुंदरबन में समलैंगिक विवाह का समर्थन किया, भाजपा पर निशाना साधा
संतोष नरेश
- 10 Nov 2025, 08:18 PM
- Updated: 08:18 PM
कोलकाता, 10 नवंबर (भाषा) टीएमसी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को एक स्थानीय सम्मान समारोह के दौरान सुंदरबन निवासी रिया सरदार और राखी नस्कर को उनके समलैंगिक विवाह पर फोन करके बधाई दी। इस अवसर का उपयोग उन्होंने टीएमसी के समावेशी रुख को रेखांकित करने और समानता के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रूढ़िवादी रुख पर निशाना साधने के लिए किया।
मंदिरबाजार थाना क्षेत्र की रिया सरदार और कुलतली प्रखंड के बकुलतला की राखी नस्कर ने चार नवंबर को जलाबेरिया के पलेर चक मंदिर में एक-दूसरे के साथ शादी रचाई थी। दोनों ही महिलाएं पेशेवर नृत्यांगना हैं।
यह समारोह, मालाओं, शंखनाद, जयघोष और सैकड़ों ग्रामीणों के आशीर्वाद के साथ, सुंदरबन के एक बेहद रूढ़िवादी इलाके में संपन्न हुआ।
ऐसे देश में जहां समलैंगिक विवाहों को कोई कानूनी मान्यता नहीं है और मामला अभी भी सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है, यह विवाह एक प्रकार का शांत विद्रोह था।
सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और डायमंड हार्बर सीट से सांसद अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर, कुलतली में तृणमूल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मथुरापुर के सांसद बापी हलदर, स्थानीय विधायक गणेशचंद्र मंडल और अन्य नेताओं ने इस नवविवाहित जोड़े का अभिनंदन किया।
कार्यक्रम के बीच में, बनर्जी ने उपस्थित लोगों से फोन पर बात की और जोड़े को बधाई दी। बनर्जी ने उनके इस फैसले को बंगाल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
डायमंड हार्बर के सांसद ने कहा, ‘‘सुंदरबन की धरती से एक अनोखा इतिहास रचा गया है।’’ उन्होंने आगे कहा कि रिया और राखी ने समाज के पुराने ढर्रे से बाहर निकलकर ‘प्यार का असली मतलब’ दर्शाया है।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने साबित कर दिया है कि प्यार कभी सीमाओं में नहीं बंधा रहता। यह किसी भी बंधन को नहीं मानता, न धर्म का, न लिंग का, न जाति का, न समाज का, न नियमों का।’’
तृणमूल नेता ने आगे कहा कि इस सम्मान समारोह को समलैंगिक विवाह पर भाजपा के रुख के खिलाफ एक व्यापक राजनीतिक तर्क के हिस्से के रूप में पेश किया गया।
जहां कई भाजपा नेताओं ने समलैंगिक विवाह का सार्वजनिक रूप से विरोध किया है, वहीं बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी ‘ऐसी रूढ़िवादिता’ को अस्वीकार करती है।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘रिया और राखी का साहस, उनका आपसी सम्मान और प्रतिबद्धता पीढ़ियों तक एक मिसाल बनी रहेगी। उन्होंने समाज को दिखाया है कि प्रेम ही मानवता है और मानवता ही हमारी असली पहचान है।’’
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने एक छोटे से प्रखंड-स्तरीय कार्यक्रम में बनर्जी के हस्तक्षेप को जानबूझकर उठाया गया रणनीतिक कदम बताया, जिससे तृणमूल कांग्रेस की खुद को एक समावेशी और सामाजिक रूप से प्रगतिशील मंच के रूप में पेश करने की मंशा का संकेत मिलता है, खासकर हाशिए पर पड़ी लैंगिक पहचान के मुद्दे पर।
बनर्जी ने कुलतली के ग्रामीणों को भी इस जोड़े के साथ खड़े होने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक गांव या एक जिले के लिए गौरव की बात नहीं है। यह बंगाल और पूरे देश के लिए गौरव की बात है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘आपने पुरानी सोच का पिंजरा तोड़ दिया है। आपने दिखा दिया है कि सुंदरबन के लोग न केवल प्रकृति की संतान हैं, बल्कि बड़े दिल वाले भी हैं।’’
बंगाल भाजपा ने अभी तक इस जोड़े को दिए गए बनर्जी के बधाई संदेश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भाषा संतोष