तरन तारन उपचुनाव: बहुकोणीय मुकाबला होने की संभावना
शुभम सुरेश
- 09 Nov 2025, 08:28 PM
- Updated: 08:28 PM
तरन तारन, नौ नवंबर (भाषा) पंजाब में तरन तारन विधानसभा उपचुनाव में बहुकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) सीट बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है, जबकि अन्य प्रमुख दल- कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) स्थिति में बदलाव की कोशिश में हैं।
मार्च 2022 में सत्ता में आने के बाद से आप ने पंजाब में हुए छह उपचुनावों में से पांच में जीत हासिल की है। तरन तारन सीट से कश्मीर सिंह सोहल विधायक थे, जिनके निधन के बाद यहां उपचुनाव कराना जरूरी हो गया।
आप ने दल-बदलू हरमीत सिंह संधू को मैदान में उतारा है। तरन तारन से तीन बार विधायक रहे संधू जुलाई में आप में शामिल हुए थे।
वह 2002 में तरन तारन से निर्दलीय और 2007 एवं 2012 में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के टिकट पर विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंने 2017 और 2022 में इस सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
वर्ष 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में आप के सोहल ने 13,000 से अधिक मतों के अंतर से यह सीट जीती। जून में उनके निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी।
आप के राष्ट्रीय प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पार्टी के राज्य प्रभारी मनीष सिसोदिया और कई अन्य नेताओं ने हरमीत सिंह संधू के लिए प्रचार किया।
प्रचार के दौरान केजरीवाल ने कहा कि उपचुनाव में आप उम्मीदवार की जीत से सीमावर्ती क्षेत्र के विकास को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने मान सरकार के हाथ मजबूत करने के लिए लोगों से समर्थन मांगा।
कांग्रेस ने इस सीट से अपनी तरन तारन जिला इकाई के अध्यक्ष करणबीर सिंह बुर्ज को मैदान में उतारा है। कृषक और रियल एस्टेट व्यवसायी बुर्ज पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मान की पत्नी गुरप्रीत कौर और उनकी मां ने आप उम्मीदवार के लिए प्रचार किया।
मूस कलां गांव में कौर ने कहा कि वह गांव वालों के प्यार और समर्थन के लिए बहुत आभारी हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का उत्साह साफ दिख रहा था कि वे मान सरकार की "जनहितैषी" नीतियों से कितने खुश हैं।
कांग्रेस ने इस सीट से अपनी तरन तारन जिला इकाई के अध्यक्ष करणबीर सिंह बुर्ज को मैदान में उतारा है। कृषक और रियल एस्टेट व्यवसायी बुर्ज पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित पार्टी के कई नेताओं ने बुर्ज के लिए प्रचार किया।
वडिंग ने कानून-व्यवस्था और मादक पदार्थ समेत कई मुद्दों पर आप सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह राज्य में गैंगस्टर पर लगाम लगाने में नाकाम रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह के खिलाफ कथित जातिवादी टिप्पणी को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख को विरोधी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
अकाली दल ने सुखविंदर कौर रंधावा को मैदान में उतारा है, जो एक सरकारी स्कूल की सेवानिवृत्त प्रिंसिपल और एक "धर्मी फौजी" की पत्नी हैं।
वर्ष 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद सेना छोड़कर भाग गए कई सिख सैनिकों को "धर्मी फौजी" कहा जाता है।
रंधावा जुलाई में अपने आजाद ग्रुप का अकाली दल में विलय करने के बाद पार्टी में शामिल हुईं।
शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और उनकी सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने रंधावा के लिए जोरदार प्रचार किया।
शिअद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद, निर्वाचन आयोग ने तरन तारन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रवजोत कौर ग्रेवाल को निलंबित कर दिया।
शिअद ने अधिकारी पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस का इस्तेमाल करके झूठी प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप लगाया, ताकि उन्हें उपचुनाव में प्रचार करने से रोका जा सके।
भाजपा ने तरन तारन जिला इकाई के अध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को इस उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2022 में भाजपा में शामिल होने से पहले, हरजीत सिंह संधू शिअद में थे।
भाजपा के लिए उपचुनाव के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया।
सैनी ने कहा कि पंजाब के लोग आप के "कुशासन" से निराश हो चुके हैं और अब विकास और सुशासन चाहते हैं। गुप्ता ने कहा कि जिस तरह केजरीवाल की आप ने दिल्ली को "बर्बाद" किया, उसी तरह वह आज पंजाब को "बर्बाद" कर रही है।
गुप्ता ने कहा कि जिस तरह केजरीवाल की आप ने दिल्ली को "बर्बाद" किया, उसी तरह वह आज पंजाब को "बर्बाद" कर रही है।
उपचुनाव में एक और उम्मीदवार जिस पर नजर रखना जरूरी होगा, वह हैं मनदीप सिंह, जो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। वह शिवसेना (टकसाली) नेता सुधीर सूरी की 2022 की हत्या के मामले में आरोपी संदीप सिंह उर्फ सनी के भाई हैं।
मनदीप सिंह को खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले अकाली दल (वारिस पंजाब दे), ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (पुनर सुरजीत), सिमरनजीत सिंह मान के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और सिख यूथ फेडरेशन (भिंडरावाला) सहित कुछ कट्टरपंथी सिख संगठनों का समर्थन प्राप्त है।
अमृतपाल ने 2024 में खडूर साहिब लोकसभा सीट जीती थी। वह फिलहाल जेल में बंद है। तरन तारन विधानसभा सीट खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
कुल 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
बहुप्रतीक्षित तरन तारन उपचुनाव के लिए प्रचार रविवार शाम को समाप्त हो गया। मतदान 11 नवंबर को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे।
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने कहा कि उपचुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 12 कंपनियां तैनात की गई हैं और यह किसी भी उपचुनाव में सीएपीएफ की सबसे बड़ी तैनाती में से एक है।
इस निर्वाचन क्षेत्र में 1,92,838 पात्र मतदाता हैं - जिनमें 1,00,933 पुरुष, 91,897 महिलाएं और आठ तृतीय लिंग के मतदाता हैं।
अधिकारियों के अनुसार, 114 स्थानों पर कुल 222 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 60 शहरी और 162 ग्रामीण हैं।
भाषा
शुभम