ओडिशा: बीजद ने 11 नवंबर के उपचुनाव से पहले नुआपाड़ा की सीमा सील करने की अपील की
राजकुमार पारुल
- 09 Nov 2025, 08:22 PM
- Updated: 08:22 PM
भुवनेश्वर, नौ नवंबर (भाषा) ओडिशा के नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की आशंका जताते हुए विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने रविवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की।
पार्टी ने आरोप लगाया कि मतदान में बाहरी लोगों की घुसपैठ हो सकती है और धन एवं बाहुबल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने कहा कि उनकी पार्टी ने पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के कथित सहयोग से लोगों की अवैध घुसपैठ की ‘विश्वसनीय रिपोर्ट’ के बीच नुआपाड़ा निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं को सील करने का आह्वान किया है।
मोहंती ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये बाहरी लोग नुआपाड़ा में घुसकर मतदाताओं को दबाव और वित्तीय प्रलोभनों के जरिये प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए गए अपने ज्ञापन में, बीजद ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के कुछ लोग पहले ही निर्वाचन क्षेत्र में घुस आए हैं और स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ मिलकर ‘‘बलपूर्वक और अनैतिक तरीकों से’’ मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
पार्टी ने बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक और पार्टी उम्मीदवार स्नेहांगिनी छुरिया को निशाना बनाते हुए कथित तौर पर छेड़छाड़ किए गए वीडियो और फर्जी खबरों को प्रसारित किए जाने की भी निंदा की।
पार्टी ने दावा किया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से संचालित इस तरह के ‘दुर्भावनापूर्ण कृत्य’, भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ द्वारा बीजद नेताओं को बदनाम करने और मतदाताओं को गुमराह करने के प्रयास का हिस्सा हैं।
बीजद ने सीईओ को दी गई याचिका में कहा, ‘‘बार-बार की गई शिकायतों के बावजूद, जिले के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है और उन्होंने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया है।’’
विपक्षी दल ने सरकारी संपत्ति पर लगे अनधिकृत भाजपा बैनरों और प्रचार सामग्री को तत्काल हटाने की भी मांग की और इन्हें आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया।
एक अन्य याचिका में, बीजद ने नुआपाड़ा में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के देरी से पहुंचने के संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिससे पारदर्शिता और निष्पक्ष आचरण पर संदेह पैदा हुआ है।
इस बीच, भाजपा ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (साइबर अपराध) के समक्ष एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बीजद पर ‘ओडिशा के आदिवासी मुख्यमंत्री का अपमान’ करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है।
भाजपा प्रवक्ता सत्यव्रत पांडा ने कहा, ‘‘बीजद ने मुख्यमंत्री की तस्वीरों और वीडियो से छेड़छाड़ करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल किया है और उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है।’’
भाषा राजकुमार