यशदीप ने कोरियाई तीरंदाजों को चौंकाया, अंशिका ने भी किया प्रभावित, भारत रिकर्व में दूसरे स्थान पर
आनन्द पंत
- 09 Nov 2025, 05:55 PM
- Updated: 05:55 PM
ढाका, नौ नवंबर (भाषा) यशदीप भोगे ने रविवार को यहां एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप के पुरुष रिकर्व क्वालीफिकेशन में कोरियाई तीरंदाजों को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि युवा अंशिका कुमारी ने भी महिला वर्ग में शीर्ष पांच में जगह बनायी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभवहीन इस जोड़ी के शानदार प्रदर्शन ने भारत को टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया। दूसरे स्थान पर होने के कारण भारत इस खेल की सबसे मजबूत टीम दक्षिण कोरिया के हाफ में नहीं है। दक्षिण कोरिया उम्मीद के मुताबिक पुरुष और महिला दोनों वर्गों में शीर्ष पर रहा।
भारतीय रिकर्व तीरंदाजी लंबे समय से असफलता का सामना कर रही है, टीम 2023 के सत्र में पुरुष वर्ग में पदक हासिल करने में नाकाम रही, जहां केवल महिला टीम ही कांस्य पदक हासिल कर सकी थी।
भोगे और अंशिका के शानदार प्रदर्शन ने इस सप्ताह उस सूखे को खत्म करने की उम्मीदें फिर से जगा दी हैं।
भारत को हालांकि शीर्ष तीरंदाजों में शामिल दीपिका और धीरज के टीम मुकाबलों से बाहर होने से झटका भी लगा। यह दोनों तीरंदाज देश के शीर्ष तीन तीरंदाज में जगह बनाने में नाकाम रहे।
जुलाई 2023 में चेंगदू ‘समर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स’ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पिछली बार प्रतिस्पर्धा करने वाले भोगे ने 720 में से 687 अंक हासिल कर शीर्ष स्थान हासिल किया और अपनी वापसी को यादगार बनाया। वह सेओ मिंगी (681) और किम येचन (679) की कोरियाई जोड़ी को पीछे छोड़ने में सफल रहे।
उनके प्रयास ने भारत को कोरिया के बाद टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया।
दो बार के ओलंपियन, अतनु दास ने सातवें (668) जबकि राहुल 11वें स्थान पर रहे। इन तीनों ने धीरज बोम्मादेवरा (13वें; 665) को पछाड़कर पुरुष टीम लाइनअप पूरा किया। धीरज पेरिस ओलंपिक के बाद से संघर्ष करते रहे।
पच्चीस साल के भोगे का एकमात्र पिछला अंतरराष्ट्रीय पदक बैंकाक में 2019 एशिया कप के शुरुआती चरण में मिश्रित स्पर्धा के स्वर्ण पदक के रूप में आया था।
महिला रिकर्व वर्ग में 25 वर्षीय बिहार की तीरंदाज अंशिका 660 अंकों के साथ शीर्ष भारतीय बनकर उभरीं और कुल मिलाकर पांचवां स्थान हासिल किया। वह ओलंपियन अंकिता भक्त (नौवें; 655) और संगीता (11वें; 649) से आगे रही।
चार बार की ओलंपियन दीपिका कुमारी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, वह 649 अंकों के साथ 12वें स्थान पर रहीं और टीम कट से चूक गईं।
कोरिया के तीरंदाजों ने शीर्ष तीन स्थान के साथ टीम में रैंकिंग में भी शीर्ष स्थान हासिल किया।
कम्पाउंड वर्ग में हालांकि भारतीय तीरंदाजों ने शानदार प्रदर्शन को जारी रखा। महिला टीम ने क्वालीफिकेशन में दबदबा बनाया और सभी चार तीरंदाज शीर्ष पांच में रहीं।
बीस साल की दीपशिखा (705) ने कोरिया की पार्क येरिन (704) पर एक अंक से बढ़त बनाई, जबकि अनुभवी तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम (703) और 17 वर्षीय पृथिका प्रदीप (702) क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहीं।
बीस साल की चिकिथा तनिपर्थी 701 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहने के बावजूद टीम में जगह बनाने से चूक गईं क्योंकि केवल शीर्ष तीन ही टीम में जगह बना पाईं।
इस परिणाम ने कंपाउंड तीरंदाजी में भारत की बढ़ती मजबूती की पुष्टि की, जो मिश्रित टीम प्रारूप में लॉस एंजिलिस 2028 में ओलंपिक पदार्पण करने के लिए तैयार है।
भारत की कम्पाउंड महिला टीम को शीर्ष वरीयता मिली और वह आठ टीमों के छोटे ड्रॉ के अपने शुरुआती एलिमिनेशन मैच में वियतनाम से भिड़ेगी।
पुरुषों के कंपाउंड क्वालीफिकेशन में अनुभवी अभिषेक वर्मा (713) कोरिया के किम जोंगहो (715) से दो अंक पीछे दूसरे स्थान पर रहे।
साहिल जाधव (709) और प्रथमेश फुगे (707) क्रमशः चौथे और छठे स्थान पर रहे। वर्मा, जाधव और फुगे की पुरुष टीम को दूसरी वरीयता मिली।
वर्मा और दीपशिखा की मिश्रित टीम को भी दूसरी वरीयता मिली।
प्रथमेश जावकर 11वें स्थान के साथ टीम में जगह बनाने में असफल रहे
भाषा आनन्द