आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप: इलावेनिल ने कांस्य और रविंदर ने स्वर्ण पदक जीता
नमिता आनन्द
- 08 Nov 2025, 10:33 PM
- Updated: 10:33 PM
काहिरा, आठ नवंबर (भाषा) दो बार की ओलंपियन इलावेनिल वालारिवान ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन दिखाया लेकिन कांस्य पदक ही जीत सकीं जबकि सेना के अनुभवी निशानेबाज रविंदर सिंह ने शनिवार को आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप (पिस्टल और राइफल) के पहले दिन 50 मीटर फ्री पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत स्वर्ण जीतकर भारत को गौरवान्वित किया।
इलावेनिल (26 साल) फाइनल में बढ़त बनाने के बाद पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए अच्छी स्थिति में थीं लेकिन 19वें शॉट में 10.0 अंक से वह तीसरे स्थान पर खिसक गईं और यहीं से उनकी लय टूट गई। इसके बाद वह 22वें शॉट में 9.9 अंक ही बना सकी और 232 के स्कोर से तीसरे स्थान पर रहीं।
दक्षिण कोरिया की बान ह्योजिन ने 255.0 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। चीन की वांग जिफेई 254.0 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं।
इलावेनिल, मेघना सज्जनार और श्रेया अग्रवाल की भारतीय महिला टीम ने 1893.3 के कुल स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता जबकि चीन (1901.7) और दक्षिण कोरिया (1899.9) ने क्रमशः स्वर्ण और रजत पदक जीता।
जम्मू-कश्मीर के भारतीय सेना के नायक सूबेदार रविंदर के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले 29 वर्षीय रविंदर ने बाकू में 2023 विश्व चैंपियनशिप में व्यक्तिगत कांस्य पदक जीता था।
रविंदर 2019 से भारतीय टीम में अंदर-बाहर होते रहे हैं। उन्होंने गैर-ओलंपिक स्पर्धा में 569 अंक हासिल कर शीर्ष पोडियम स्थान हासिल किया। इस तरह उन्होंने दक्षिण कोरिया के किम चेयोंगयोंग (556 अंक) और व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट एंटोन अरिस्तारखोव (556 अंक) को पीछे छोड़ दिया जिन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
इस साल की शुरुआत में 10 मीटर एयर पिस्टल में राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक जीतने वाले रविंदर ने 93 के कम स्कोर के साथ शुरुआत की लेकिन अगले पांच राउंड में 98, 94, 95, 93 और 96 अंक बनाकर 47 निशानेबाजों के बीच कुल 569 का स्कोर बनाया।
रविंदर (569), कमलजीत (540) और योगेश कुमार (537) की भारतीय टीम ने 1646 के कुल स्कोर के साथ रजत पदक जीता। दक्षिण कोरिया ने 1648 के कुल स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जबकि यूक्रेन ने 1644 के कुल स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता।
वहीं ओलंपियन अर्जुन बबूता पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में सातवें स्थान पर रहे जबकि पूर्व विश्व चैंपियन रूद्रांक्ष पाटिल और विशाल सिंह क्रमश: 13वें और 61वें स्थान पर रहे।
बबूता, रूद्रांक्ष और विशाल की भारतीय टीम ने 1891 का स्कोर बनाकर चौथे स्थान पर रही।
भारत एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक से तालिका में तीसरे स्थान पर बना हुआ है। चीन तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक से शीर्ष पर है।
भाषा नमिता आनन्द