बाबा सिद्दीकी की पत्नी ने एसआईटी जांच के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया
वैभव दिलीप
- 07 Nov 2025, 07:35 PM
- Updated: 07:35 PM
मुंबई, सात नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की विधवा ने अपने पति की हत्या के मामले की तफ्तीश के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की मांग करते हुए मुंबई उच्च न्यायालय का रुख किया है। उनका दावा है कि पुलिस असली दोषियों को पकड़ने में विफल रही है।
सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर, 2024 की रात को मुंबई के बांद्रा (पूर्व) इलाके में उनके बेटे जीशान के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
शहजीन सिद्दीकी ने वकील त्रिवेंद्रकुमार करनानी के माध्यम से दायर अपनी याचिका में कहा है कि पुलिस जानबूझकर मामले के असली दोषियों को गिरफ्तार करने से बच रही है। उन्होंने दावा किया कि हत्या का आदेश गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने दिया था।
अगले हफ्ते उच्च न्यायालय में इस याचिका पर सुनवाई होने की संभावना है।
शहजीन सिद्दीकी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि उन्हें अपने पति की मौत के पीछे बिल्डर लॉबी और एक नेता की संलिप्तता का गहरा संदेह है।
याचिका में आरोप लगाया गया है, ‘‘सिद्दीकी (बाबा) हमेशा झुग्गीवासियों के हित में रहे हैं और इसलिए इलाके के कई डेवलपर्स और बिल्डर उन्हें एक बाधा मानते थे। पुलिस ने इस पहलू की कभी जांच नहीं की।’’
याचिका में कहा गया है कि संदिग्ध अपराधियों के वर्तमान राज्य सरकार से संबंध हैं और इसलिए, एक स्वतंत्र जांच एजेंसी द्वारा तफ्तीश की जानी चाहिए।
इसमें दावा किया गया है कि पिछले साल जुलाई में, बाबा सिद्दीकी को पृथ्वीजीत चव्हाण नाम के व्यक्ति से एक धमकी भरा संदेश मिला था, जिसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा बहाल करने की मांग की थी।
याचिका में कहा गया है कि उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने भी तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर अपने पिता के लिए अतिरिक्त ‘वाई प्लस’ सुरक्षा की मांग की थी। जीशान सिद्दीकी ने जब यह पत्र लिखा, उस वक्त वह विधायक थे।
इस साल जनवरी में, पुलिस ने एक आरोपपत्र दायर किया और अप्रैल में आगे की जांच की अनुमति के लिए एक आवेदन दायर किया गया।
हालांकि, यह आवेदन वापस ले लिया गया।
जून में, सिद्दीकी के परिवार के सदस्यों ने मामले में अनमोल बिश्नोई की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी थी।
हालांकि, सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत परिवार को यह जानकारी देने से इनकार कर दिया गया था। अगस्त में, उन्हें बताया गया कि विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी अधिकारियों को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा है।
जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को आरोपपत्र में वांछित आरोपी के रूप में दिखाया गया है।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने अपराध सिंडिकेट पर भय और प्रभुत्व स्थापित करने के लिए सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची थी।
इस मामले में 26 गिरफ्तार लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है। इन सभी पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया गया है और वे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।
भाषा वैभव