सट्टेबाजी मामला : ईडी ने पूर्व क्रिकेटर रैना और धवन की 11.4 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क कीं
धीरज नरेश
- 06 Nov 2025, 08:10 PM
- Updated: 08:10 PM
नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट के संचालन से जुड़े धनशोधन मामले में पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की 11.14 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
ईडी के अनुमान के मुताबिक यह करीब एक हजार करोड़ रुपये के धनशोधन का मामला है।
संघीय एजेंसी ने बताया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट ‘1एक्सबेट’ के खिलाफ मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत धवन (39) का दिल्ली स्थित करीब 4.5 करोड़ रुपये का वाणिज्यिक भखंड और रैना (38) के 6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को कुर्क करने का अनंतिम आदेश जारी किया गया है।
संघीय एजेंसी की जांच में पाया गया है कि दोनों पूर्व क्रिकेटर ने ‘स्थिति को जानते हुए एक्सबेट’ और उसके सहयोगियों के प्रचार के लिए विदेशी संस्थाओं के साथ समझौते किए।
ईडी ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘ये प्रचार विदेशी संस्थाओं के माध्यम से किए गए भुगतान के बदले में किए गए थे, ताकि धन के अवैध स्रोत को छुपाया जा सके, जो अवैध सट्टेबाजी गतिविधियों से उत्पन्न अपराध की आय से जुड़ा हुआ है।’’
सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ईडी इन दोनों संपत्तियों को अवैध सट्टेबाजी से अर्जित ‘‘अपराध की आय’’ मानती है। उन्होंने बताया कि ईडी के इस आदेश के खिलाफ पीएमएलए न्यायाधिकरण और अन्य कानूनी मंचों पर अपील की जा सकती है।
दोनों पूर्व क्रिकेटर की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई। धवन ने अगस्त में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की थी, जबकि रैना ने 2020 में संन्यास ले लिया था।
ईडी ने बताया कि उसने 6,000 संदिग्ध बैंक खातों (अवैध धन का लेन-देन करने के लिए इस्तेमाल किए गए) का पता लगाया है। उसने सट्टेबाजी से प्राप्त राशि को भेजने के चार मंचों से जुड़े 60 बैंक खातों की पहचान की है जिनमें चार करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि है।
पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने ‘1एक्सबेट’ और उसके सहयोगी ब्रांड ‘1एक्सबैट’ के खिलाफ जांच शुरू की।
एजेंसी ने आरोप लगाया है कि ‘1एक्सबैट’पूरे भारत में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ संचालन को बढ़ावा और सुविधा प्रदान कर रही थीं।
कैरेबियाई द्वीप कुराकाओ में पंजीकृत ‘1एक्सबेट’ को पोर्टल द्वारा सट्टेबाजी उद्योग में 18 वर्षों के अनुभव के साथ विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सट्टेबाज बताया गया है।
ईडी के मुताबिक, ‘‘ 1एक्सबैट भारत में बिना अनुमति के काम करता था और सोशल मीडिया, ऑनलाइन वीडियो और प्रिंट मीडिया के माध्यम से भारतीय उपयोगकर्ताओं को लक्षित करने के लिए छद्म ब्रांडिंग और विज्ञापनों का इस्तेमाल करता था। विज्ञापनों के लिए भुगतान, धन के अवैध स्रोत को छिपाने के लिए विदेशी बिचौलियों का उपयोग करके कई स्तरों पर लेनदेन करता था।’’
ईडी ने जांच में पाया कि ‘1एक्सबैट’ विभिन्न संदिग्ध खातों के माध्यम से धन एकत्र करके भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए सट्टेबाजी और जुए की ‘सुविधा’ प्रदान कर रहा था। एजेंसी के मुताबिक मर्चेंट्स को बिना किसी केवाईसी सत्यापन के इन गेटवे पर शामिल किया गया था।
एजेंसी ने कहा, ‘‘इन मर्चेंट्स के प्रोफाइल के सत्यापन पर यह पाया गया कि संस्थाओं ने जो व्यावसायिक गतिविधियां घोषित कीं, वे उनके लेनदेन से मेल नहीं खातीं, जिससे 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि के शोधन का संकेत मिलता है।’’
केंद्र सरकार ने कुछ महीने पहले भारत में वास्तविक धन वाले ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून लाया था।
ईडी ने जांच के तहत इन दोनों क्रिकेटर के अलावा युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा जैसे अन्य पूर्व क्रिकेटरों, अभिनेता सोनू सूद, उर्वशी रौतेला, मिमी चक्रवर्ती (तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद) और अंकुश हाजरा (बंगाली अभिनेता) से भी पूछताछ की है।
सरकारी प्रतिबंध से पहले बाजार विश्लेषण फर्मों और जांच एजेंसियों द्वारा किए गए अनुमानों के अनुसार, विभिन्न ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स पर लगभग 22 करोड़ भारतीय उपयोगकर्ता थे और उनमें से लगभग 50 प्रतिशत नियमित उपयोगकर्ता थे।
भाषा धीरज