संपत्तियों की जब्ती पर एफएटीएफ की रिपोर्ट भारत के धनशोधन निवारण ढांचे को मान्यता
प्रशांत सुरेश
- 05 Nov 2025, 07:20 PM
- Updated: 07:20 PM
नयी दिल्ली, पांच नवंबर (भाषा) फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने वित्तीय अपराधों के माध्यम से धोखाधड़ी किए गए सार्वजनिक संपत्ति की वसूली में भारत के कानूनी प्रयासों को मान्यता दी है।
बल की एक नवीनतम रिपोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक धनशोधन मामले का जिक्र करते हुए कहा गया है कि एजेंसी द्वारा जब्त की गई जमीन को अब एक ऐसे हवाई अड्डे के निर्माण के लिए चिह्नित किया गया है, जिससे समाज को लाभ होगा।
‘परिसंपत्ति वसूली मार्गदर्शन और सर्वोत्तम व्यवहार’ शीर्षक वाली 340 पन्नों की इस रिपोर्ट में भारत की धनशोधन रोधी व्यवस्थाओं का उल्लेख किया गया है, जिनकी मदद से घरेलू, अंतरराष्ट्रीय आदि विभिन्न परिस्थितियों में उन भगोड़ों से करोड़ों रुपये की संपत्तियां बचाई गयी हैं, जिन्होंने जिन्होंने घोटालों और धोखाधड़ी के बाद देश छोड़ दिया था।
एफएटीएफ, धनशोधन और आतंकवादियों द्वारा वित्त-पोषित अपराधों से निपटने के लिए वैश्विक मानक निर्धारित करता है।
“रिपोर्ट में नीति निर्माताओं और व्यवसायियों के लिए आपराधिक गतिविधियों से उत्पन्न संपत्तियों की पहचान, पता लगाने, उनके लेन-देन एवं खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने, प्रबंधित करने, जब्त करने और वापस करने के व्यावहारिक उपायों की रूपरेखा दी गई है...।”
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में कहा, ‘‘यह मार्गदर्शन देशों के लिए अपने राष्ट्रीय ढांचे को बढ़ाने और उभरती हुई सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ संरेखित करने के लिए एक बेंचमार्क के रूप में कार्य करता है।’’
रिपोर्ट में वित्तीय अपराधों से हासिल की गई संपत्तियों को वापस लेने के लिए ईडी द्वारा की गई कुछ धनशोधन जांचों पर प्रकाश डाला गया है। हालांकि, इसमें शामिल पक्षों की पहचान नहीं की गई है।
‘पीटीआई-भाषा’ के पास यह रिपोर्ट उपलब्ध है, जिसमें बताए गए मामले उन संपत्तियों की बहाली से संबंधित हैं, जो विभिन्न अपराधों के पीड़ितों को लौटाई गई हैं। इनमें कथित रोज वैली पोंजी धोखाधड़ी के पीड़ितों को संपत्ति वापस करना शामिल है। इसके अलावा, नशीले पदार्थों की तस्करी को लेकर अमेरिका से प्राप्त एक मामले में भारत ने बिटकॉइन (क्रिप्टो करेंसी) के रूप में 130 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की। एक अन्य मामले में केंद्रीय एजेंसी और आंध्र प्रदेश पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने मिलकर कथित निवेश धोखाधड़ी के पीड़ितों को 6,000 रुपये की संपत्ति वापस दिलाई।
अधिकारियों ने इस मामले की ओर इशारा करते हुए बताया कि एफएटीएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां जब्त की गई संपत्तियों की पहचान “नये हवाई अड्डे के निर्माण स्थल के रूप में की गई है, ताकि बड़े पैमाने पर समाज के लाभ के लिए भारत में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा सके।”
ईडी ने कहा, “इस वैश्विक प्रयास में भारत और ईडी का योगदान महत्वपूर्ण रहा है और इसे व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है।”
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