प्रवासी उत्तराखंडी हमारे सच्चे ‘ब्रांड एंबेसडर’: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
दीप्ति नोमान
- 05 Nov 2025, 06:20 PM
- Updated: 06:20 PM
देहरादून, पांच नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को प्रवासी उत्तराखंडियों को प्रदेश का सच्चा ‘ब्रांड एंबेसडर’ बताया और उनसे राज्य के विकास अभियान में भागीदार बनने का आह्वान किया ।
उत्तराखंड स्थापना के रजत जयंती उत्सव के तहत आयोजित “प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन” को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी प्रदेश की संस्कृति, परंपराओं और मातृभूमि के गौरव को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं और वे प्रदेश के सच्चे ‘ब्रांड एम्बेसडर’ हैं।
उन्होंने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी जहां भी रहते हैं, अपने साथ देवभूमि की संस्कृति और अपनी मिट्टी की सुगंध लेकर चलते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रवासी उत्तराखंड परिषद का गठन इसी उद्देश्य से किया है ताकि उनके सुझाव और अनुभव राज्य के विकास की मुख्यधारा में शामिल किए जा सकें। इस संबंध में उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनेक प्रवासी स्वयं अपने गांवों को गोद लेकर विकास में योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार “विकसित भारत, विकसित उत्तराखंड” के लक्ष्य की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रही है और शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल, पर्यटन, ऊर्जा और हवाई संपर्क सहित सभी क्षेत्रों में राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों में नीति आयोग की रैंकिंग में प्रदेश को प्रथम स्थान मिलना, “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” में “एचीवर्स” तथा “स्टार्टअप रैंकिंग” में “लीडर्स” श्रेणी प्राप्त होना राज्य के सुनियोजित प्रयासों का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सांस्कृतिक मूल्यों और जनसांख्यिकीय संतुलन को बनाए रखने के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
धामी ने कहा कि चार वर्षों में 26 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गयी है जबकि 200 से अधिक भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा गया है।
उन्होंने कहा, “राज्य सरकार का लक्ष्य है कि स्वर्ण जयंती वर्ष तक उत्तराखंड ऐसा राज्य बने जहां हर युवा को सम्मानजनक रोजगार मिले, पलायन रुके और प्रवासियों की गौरवपूर्ण वापसी हो।”
मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंडियों से आह्वान किया कि वे भी राज्य के इस विकास अभियान में भागीदार बनें।
राज्य के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने कहा कि सशक्त और समृद्ध उत्तराखंड के संकल्प के साथ शासन, प्रशासन एवं जनभागीदारी से राज्य आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की पारदर्शी नीति और अनवरत प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य का सकल घरेलू उत्पाद और प्रति व्यक्ति आय में तीव्र वृद्धि हुई है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि उत्तराखंड का व्यक्ति देश-विदेश में अपनी प्रतिभा, कर्मठता और ईमानदारी से कार्य करता है और यही उसकी ताकत है ।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया, “हमारे सभी प्रवासी अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहेंगे और राज्य के विकास में निरंतर योगदान देंगे ।’’
सम्मेलन में दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, फिल्म अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी और राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित अनेक प्रवासी उत्तराखंडी शामिल हुए और राज्य के विकास के लिए सुझाव पेश किए । उन्होंने राज्य के लिए अपने संभावित योगदान की भी जानकारी दी ।
केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय में निदेशक पूर्णेश गुरूरानी ने हिमालय फाइबर के विकास की संभावनाओं के मद्देनजर उत्तराखंड में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग सेंटर स्थापित करने तथा राज्य के गढ़वाल और कुमांउ, दोनों मंडलों में ‘टेक्सटाइल पार्क’ स्थापित करने की दिशा में प्रयास किए जाने का सुझाव दिया।
भाषा दीप्ति