सिद्धरमैया ने आयोग पर लोकतांत्रिक व्यवस्था का ‘गला घोंटने’ के लिए केंद्र के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया
अमित प्रशांत
- 05 Nov 2025, 06:14 PM
- Updated: 06:14 PM
बेंगलुरु, पांच नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने हरियाणा मतदाता सूची में 25 लाख फर्जी नाम डालने के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावों का बुधवार को हवाला देते हुए निर्वाचन आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार के साथ मिलकर उस लोकतांत्रिक व्यवस्था का ‘‘गला घोंटने’’ का आरोप लगाया जिसकी रक्षा करने का दायित्व आयोग पर है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार से भी कहा कि वे अपने "आकाओं" को बचाने की कोशिश न करें और सच्चाई स्वीकार करें।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि पिछले साल हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में 25 लाख फर्जी मतों के जरिये चुनाव चोरी किया गया। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि निर्वाचन आयोग ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ साठगांठ करके ‘‘वोट चोरी’’ करवाई है।
सिद्धरमैया ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर भारत की चुनाव प्रणाली में व्यवस्थित चुनावी कदाचार का काला चेहरा उजागर किया है।’’
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के महादेवपुरा और अलंद विधानसभा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मतदाता धोखाधड़ी का खुलासा करने के बाद, गांधी ने अब दस्तावेजी सबूत पेश किए हैं, जिनसे पता चलता है कि हरियाणा में पूरे चुनाव परिणाम में किस तरह हेरफेर किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘ये रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि निर्वाचन आयोग, जिस पर पारदर्शी और निष्पक्ष चुनावों के माध्यम से लोकतंत्र की रक्षा करने की जिम्मेदरी है, उसने इसके बजाय केंद्र सरकार के साथ मिलकर उसी लोकतांत्रिक प्रणाली का गला घोंट दिया है, जिसकी रक्षा करने का दायित्व उस पर है।"
इससे पहले दिन में गांधी ने नयी दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने अपने दावों के समर्थन में एक प्रस्तुति दी।
राहुल गांधी ने दावा किया कि ब्राजील की एक मॉडल की तस्वीर का इस्तेमाल करके हरियाणा में 10 बूथ पर 22 अलग अलग-अलग नाम से फर्जी मतदाता बनाए गए थे। उन्होंने कथित फर्जी मतदाताओं के कुछ और उदाहरण भी दिए। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग और भाजपा की मिलीभगत से चुनाव चोरी किया गया। गांधी ने आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा सरकार वैध नहीं है।
सिद्धरमैया ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भाजपा और निर्वाचन आयोग ने भारतीय नागरिकों की पहचान का इस्तेमाल करके फर्जी मतदाता बनाए थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में तो वे एक कदम और आगे बढ़ गए - यहां तक कि मतदाता धोखाधड़ी के लिए ब्राजीलियाई मॉडल की पहचान का इस्तेमाल किया - जो उनकी बेशर्मी का प्रमाण है। उन्होंने कहा, "इस बार, भारत की लोकतांत्रिक प्रतिष्ठा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निश्चित रूप से शर्मसार होना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि पांच लाख से अधिक फर्ज़ी मतदाता बनाए गए और छेड़छाड़ की गई या पहचान नहीं हो पाने वाली तस्वीरों का इस्तेमाल करके एक लाख से अधिक वोट चुराए गए। उन्होंने कहा, "हरियाणा विधानसभा चुनावों में कुल मिलाकर 25 लाख से अधिक फर्ज़ी वोट डाले गए - यानी हर आठ में से एक वोट फ़र्ज़ी था।"
उन्होंने कहा कि लगभग हर चुनाव-पूर्व सर्वेक्षण ने हरियाणा में भाजपा की हार का पूर्वानुमान जताया था और जनता भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए दृढ़ थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी ने अब स्पष्ट रूप से बताया है कि भाजपा फिर भी बहुमत कैसे हासिल कर पाई और सरकार कैसे बना पाई।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार - जो सवालों से बचते रहे, आरोपों से इनकार करते रहे और यहां तक कि आरोप लगाने वालों से शपथपत्र देने की बेतुकी मांग भी करते रहे - को कम से कम इस बार अपने आकाओं को बचाने की कोशिश करने से बचना चाहिए। उन्हें सच्चाई स्वीकार करनी चाहिए और अपने गलत कृत्य का कानूनी प्रक्रिया के जरिए प्रायश्चित करना चाहिए।’’
इससे पहले, राहुल गांधी ने बीते 18 सितंबर को दावा किया था कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ‘‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’’ तथा ‘‘वोट चोरों’’ की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए।
निर्वाचन आयोग ने उनके आरोपों को निराधार बताया था।
भाषा अमित