पुणे में पकड़े गये तेंदुए को वनतारा केंद्र स्थानांतरित किए जाने की संभावना
सुमित अविनाश
- 04 Nov 2025, 09:51 PM
- Updated: 09:51 PM
पुणे/ठाणे, चार नवंबर (भाषा) पुणे जिले के शिरूर तहसील में मंगलवार को एक तेंदुए को उसी इलाके में पकड़ लिया गया, जहां दो दिन पहले 13 वर्षीय एक लड़के का शव मिला था। वन अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
हालांकि, अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि क्या इसी तेंदुए ने हाल ही में किशोर और दो अन्य व्यक्तियों पर जानलेवा हमला किया था। महाराष्ट्र के वन मंत्री गणेश नाईक ने कहा कि पकड़े गए तेंदुए को गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा पुनर्वास केंद्र भेजने की संभावना है।
वनतारा गुजरात के जामनगर में रिलायंस फाउंडेशन द्वारा संचालित वन्यजीव पुनर्वास केंद्र है।
वन विभाग ने उस तेंदुए को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया था, जिसके बारे में संदेह है कि उसने पिछले कुछ सप्ताहों में शिरूर तहसील में कम से कम तीन व्यक्तियों को मार डाला, जिनमें 13 वर्षीय रोहन बोंबे भी शामिल है।
जुन्नार वन प्रभाग की सहायक वन संरक्षक स्मिता राजहंस ने बताया, "हमने पिंपरखेड़ क्षेत्र से पांच-छह साल के एक नर तेंदुए को पकड़ा है। तेंदुआ हमारे द्वारा लगाए गए पिंजरों में से एक में घुस गया था।"
रविवार को बोंबे तेंदुए के हमले का ताजा शिकार बन गया, जो एक महीने में मानव-पशु संघर्ष का तीसरा मामला है, जिसमें जाहिर तौर पर एक ही तेंदुआ शामिल था। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और वन विभाग की एक गाड़ी में आग लगा दी।
पुणे जिले के जुन्नार, अंबेगांव और शिरूर में तेंदुए के हमले की आशंका वाले क्षेत्रों के लोगों ने सोमवार को पुणे-नासिक राजमार्ग पर अवसारी के पास "रास्ता रोको" आंदोलन चलाया तथा तेंदुओं द्वारा हमलों की घटनाओं के खिलाफ प्रदर्शन किया।
सोमवार को वन अधिकारियों ने जानवर को पकड़ने और उसे खत्म करने का आदेश दिया था। इसके लिए पांच निशानेबाजों का एक दल तैनात किया गया था।
राजहंस ने कहा कि पकड़े गए तेंदुए को वनतारा पुनर्वास केंद्र में स्थानांतरित किया जाएगा।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि क्या पकड़ा गया तेंदुआ वही है जिसने रविवार को लड़के पर जानलेवा हमला किया था। ‘डीएनए प्रोफाइलिंग’ के बाद ही इसका पता चल पाएगा।"
वन अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने इलाके का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने तेंदुए को पकड़ने के लिए अतिरिक्त पिंजरों और अन्य संसाधनों को मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा, "यह पहले ही निर्णय लिया जा चुका है कि पकड़े गए तेंदुओं को जामनगर स्थित वनतारा में स्थानांतरित किया जाएगा।" उन्होंने कहा कि क्षेत्र में निशानेबाजों का एक दल तैनात है और अन्य तेंदुओं की तलाश अब भी जारी है।
इस बीच क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष के मद्देनजर, मंत्री नाईक ने एक व्यापक कार्ययोजना की घोषणा की है।
मंगलवार को मंत्रालय में एक आपातकालीन बैठक को संबोधित करते हुए नाईक ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में तेंदुओं को पकड़ने के लिए तुरंत 200 पिंजरे लगाए जाएंगे जबकि युद्ध स्तर पर 1,000 पिंजरे खरीदे जाएंगे।
उन्होंने कहा, "पकड़े गए तेंदुओं को तुरंत उपयुक्त आवासों में स्थानांतरित किया जाएगा। हम तेंदुओं की गतिविधियों के बारे में नागरिकों को सचेत करने के लिए उपग्रह-आधारित ट्रैकिंग और पूर्व चेतावनी प्रणालियों के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करेंगे।"
नाईक ने अधिकारियों को तत्काल अल्पकालिक और दीर्घकालिक निवारक उपाय लागू करने के निर्देश दिए, जिनमें प्रभावित क्षेत्रों में वन कर्मियों की संख्या बढ़ाना, वन क्षेत्रों से सटे कृषि भूमि और पशुशालाओं के चारों ओर सौर विद्युत से संचालित बाड़ लगाना शामिल है।
मंत्री ने कहा, "राज्य सरकार ने पिंजरों और संबंधित उपकरणों की तत्काल खरीद के लिए 10 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।"
नाईक ने बताया कि तेंदुओं के बंध्याकरण के लिए एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है और वरिष्ठ वन अधिकारियों के साथ एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही केंद्रीय वन मंत्री से मुलाकात करेगा।
भाषा सुमित