वीआईपी ने गौड़ाबौराम सीट से राजद के बागी उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की
कैलाश अमित
- 04 Nov 2025, 09:39 PM
- Updated: 09:39 PM
पटना, चार नवंबर (भाषा) बिहार में पहले चरण के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त होने से कुछ घंटे पहले मंगलवार को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने दरभंगा जिले की गौड़ाबौराम विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बागी उम्मीदवार मोहम्मद अफजल अली खान को समर्थन देने की घोषणा की।
यह घोषणा वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने दरभंगा जिले में एक संवाददाता सम्मेलन में की, जिनके छोटे भाई संतोष गौड़ाबौराम सीट से मैदान में थे।
सहनी ने कहा, "हमने चुनाव में अफजल अली का समर्थन करने का निर्णय लिया है।" सहनी को राज्य में महागठबंधन के सत्ता में आने पर उपमुख्यमंत्री पद देने का वादा किया गया है। उन्होंने यह बात मतदान से 48 घंटे से भी कम समय पहले कही।
उन्होंने वीआईपी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पूरे मनोयोग से मोहम्मद अफजल अली खान की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करें।
सहनी ने कहा, “जहां-जहां ऐसी स्थिति हो, वहां हमारे साथी भी बड़ा दिल दिखाएं ताकि लालू प्रसाद यादव के सामाजिक न्याय के संघर्ष को और मजबूती दी जा सके।”
गौरतलब है कि मोहम्मद अफजल अली खान ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से टिकट मिलने के बाद इस सीट से नामांकन दाखिल किया था। बाद में राजद ने आखिरी समय में संतोश का समर्थन करने का निर्णय किया और अपनी पार्टी उम्मीदवार को नाम वापस लेने को कहा।
हालांकि, अली ने अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लिया और प्रसाद द्वारा बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजा गए पत्र पर, जिसमें अनुरोध किया गया था कि उनकी उम्मीदवारी पर "विचार न किया जाए", कोई कदम नहीं उठाया गया।
इसके बाद, राजद ने वीआईपी के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया। ‘इंडिया’ गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने कुछ दिन पहले संतोष के लिए प्रचार भी किया था। इस बीच, अली को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस विलम्बित निर्णय से इस निर्वाचन क्षेत्र में महागठबंधन को कोई मदद मिलेगी, जहां मतदाताओं को बृहस्पतिवार को होने वाले मतदान के दौरान ईवीएम पर वीआईपी और राजद, दोनों के चुनाव चिह्न मिलेंगे, सहनी ने जवाब दिया, "इस भ्रम की वजह से हमें लगभग एक हज़ार वोट का नुकसान हुआ होगा। लेकिन महागठबंधन के पक्ष में लहर है।"
उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूरा विश्वास है कि अली, जिनका चुनाव चिह्न सबसे ऊपर है, विजयी होंगे। यह सच है कि सभी गठबंधन सहयोगी चाहते थे कि मेरा छोटा भाई इस सीट से चुनाव लड़े। लेकिन अली नहीं माने और इस मामले को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं था।’’
उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि विजयी होने के बाद अली ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रति निष्ठावान बने रहेंगे।
गौरतलब है कि इस सीट पर पहले चरण यानि छह नवंबर को चुनाव होना है।
भाषा कैलाश