'मोंथा' प्रभाव: तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भारी बारिश, छह जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
तान्या नरेश
- 29 Oct 2025, 08:37 PM
- Updated: 08:37 PM
हैदराबाद, 29 अक्टूबर (भाषा) तेलंगाना के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के असर से मूसलाधार बारिश हुई। यह तूफान पड़ोसी आंध्र प्रदेश के तट से बीती रात गुजरा था।
तेलंगाना में वारंगल, जंगांव, हनुमकोंडा, महबूबाबाद, करीमनगर, सिद्धिपेट, यादाद्री भुवनागिरी, सूर्यापेट, नलगोंडा, खम्मम, भद्राद्री कोठागुडेम, नागरकर्नूल और पेद्दापल्ली जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि हैदराबाद में भी तेज वर्षा हुई।
तेलंगाना डेवलपमेंट प्लानिंग सोसाइटी के अनुसार, वारंगल जिले के कल्लेदा में 348.3 मिमी, रेडलवाड़ा में 301.8 मिमी और कपुलाकनपार्थी में 270.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं हनुमकोंडा जिले के भीमदेवरपल्ली में 253.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। यह वर्षा बुधवार सुबह 8.30 बजे से शाम छह बजे के बीच दर्ज की गई।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने वारंगल, हनुमकोंडा, महबूबाबाद, जंगांव, सिद्धिपेट और यादाद्री भुवनागिरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में कुछ स्थानों पर बहुत भारी से अति भारी वर्षा के साथ गरज-चमक और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, रेड अलर्ट का अर्थ है कि 24 घंटे की अवधि में 20 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा हो सकती है।
विभाग ने यह भी अनुमान जताया है कि आदिलाबाद, मंचेरियल, निर्मल, जगत्याल, राजन्ना सिरिसिल्ला, करीमनगर, पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, सूर्यापेट, जंगांव, सिद्धिपेट और यादाद्री भुवनागिरी जिलों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ गरज-चमक और तेज हवाओं की संभावना है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने बुधवार को चक्रवात ‘मोंथा’ से हुई भारी बारिश के मद्देनजर राज्य प्रशासन को उच्च सतर्कता पर रहने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने चक्रवात के असर, विशेष रूप से धान की कटाई पर पड़े प्रभाव की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को नुकसान को कम से कम करने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमों को जिलाधिकारियों की निगरानी में समन्वित रूप से राहत एवं बचाव कार्य चलाने के आदेश दिए।
हैदराबाद में बारिश होने पर रेवंत रेड्डी ने स्थानीय निकायों को आपदा प्रबंधन दलों को तैनात करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम, हैदराबाद डिजास्टर रिस्पॉन्स एंड एसेट प्रोटेक्शन एजेंसी, एसडीआरएफ और अग्निशमन विभाग के कर्मियों को जनता की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने निचले इलाकों में रहने वाले परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने और नालों व नदियों के उफान पर नजर रखने के निर्देश दिए।
सिंचाई विभाग को सभी परियोजनाओं, जलाशयों और अन्य जल निकायों में जलस्तर की बारीकी से निगरानी रखने के लिए सतर्क किया गया।
बारिश के चलते खम्मम, भद्राद्री कोठागुडेम और महबूबाबाद जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया।
नलगोंडा जिले के कोमापल्ली स्थित राज्य संचालित आवासीय बालक विद्यालय में जलभराव होने से करीब 500 छात्र और 26 शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारी को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया।
महबूबाबाद जिले के डोर्नाकल रेलवे यार्ड में जलभराव के कारण कई यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जबकि कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द या मार्ग परिवर्तित किया गया। यह जानकारी दक्षिण मध्य रेलवे की विज्ञप्ति में दी गई।
टीवी चैनलों पर दिखाए गए दृश्यों में खम्मम जिले में एक ट्रक और उसका चालक उफनती धारा में बहते हुए दिखाई दिए।
चक्रवात ‘मोंथा’ ने आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के नरसापुर के पास, काकीनाडा के दक्षिण में तटीय क्षेत्र पर लैंडफॉल किया।
‘मोंथा’ शब्द का अर्थ थाई भाषा में ‘सुगंधित फूल’ होता है।
भाषा तान्या