फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की सूची में रिलायंस 88वें, एलआईसी 95वें स्थान पर
रमण अजय
- 30 Jul 2025, 03:24 PM
- Updated: 03:24 PM
नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज 2025 की फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की सूची में सबसे ऊंची रैंकिंग हासिल करने वाली भारतीय कंपनी बनी हुई है।
इस बार की सूची में सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) समेत कुल नौ कंपनियां शामिल हैं।
फॉर्च्यून पत्रिका की ताजा रैंकिंग के अनुसार, विभिन्न कारोबार क्षेत्रों में कार्यरत कंपनी सूची में 88वें स्थान पर है। कंपनी 2024 में 86वें स्थान पर थी।
हालांकि, कंपनी ने पिछले चार वर्षों में 67 स्थानों की छलांग लगाई है। वर्ष 2021 में यह 155वें स्थान पर थी। रिलायंस ने लगातार 22 साल से प्रतिष्ठित फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में अपनी जगह कायम रखी हुई है।
फॉर्च्यून की सूची में इस साल भारत की नौ कंपनियां शामिल हैं। जिनमें से पांच सार्वजनिक क्षेत्र की और चार निजी क्षेत्र की हैं।
एलआईसी पिछले साल की तरह इस बार भी 95वें स्थान पर है।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) 2025 की रैंकिंग में 11 स्थान नीचे खिसककर 127वें स्थान पर आ गयी है।
देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) 15 स्थान ऊपर चढ़कर 163वें स्थान पर आ गया है, जबकि एचडीएफसी बैंक 48 स्थान ऊपर चढ़कर 258वें स्थान पर रहा।
ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) एक स्थान नीचे 181वें स्थान पर आ गयी है।
सूची में शामिल अन्य भारतीय कंपनियां टाटा मोटर्स 283वें स्थान पर (2024 से 12 स्थान नीचे), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) 285वें स्थान पर (27 स्थान नीचे) और आईसीआईसीआई बैंक 464वें स्थान पर (अपरिवर्तित) हैं।
अमेरिका की खुदरा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट दुनिया की शीर्ष रैंकिंग वाली कंपनी बनी हुई है। उसके बाद अमेजन का स्थान है। शीर्ष 10 में तीन चीनी कंपनियां....सर्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी स्टेट ग्रिड तीसरे स्थान पर, चाइना नेशनल पेट्रोल पांचवें स्थान पर और तेल एवं गैस क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सिनोपेक ग्रुप छठे स्थान पर है।
दुनिया की सबसे बड़ी तेल निर्यातक कंपनी सऊदी अरामको चौथे और एप्पल आठवें स्थान पर है।
फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची पिछले वित्त वर्ष में कुल राजस्व के आधार पर कंपनियों की सूची तैयार करती है।
रिलायंस का एकीकृत सकल राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में 7.1 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 10,71,174 करोड़ रुपये रहा था।
भाषा रमण