युद्ध की बात करना बंद कीजिए, पाकिस्तान से वार्ता का रास्ता अपनाइए : महबूबा मुफ्ती ने केंद्र से कहा
राजकुमार पारुल
- 28 Jul 2025, 05:49 PM
- Updated: 05:49 PM
(तस्वीरों के साथ)
श्रीनगर, 28 जुलाई (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि अगर भारत को आगे बढ़ना है और समृद्ध होना है, तो उसे युद्ध की बात करना बंद कर देना चाहिए तथा वार्ता एवं सुलह का रास्ता अपनाना चाहिए।
पीडीपी के 26वें स्थापना दिवस के अवसर पर यहां शेर-ए-कश्मीर पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग सम्मान के साथ शांति चाहते हैं और जब पाकिस्तान की बात आएगी, तो वे देश की विदेश नीति में ‘‘हस्तक्षेप’’ करेंगे।
उन्होंने केंद्र से अपील की कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों की बात को ‘अपने दिल से’ देखे और उनकी सुने तथा जब तक वह ऐसा नहीं करेगा, भारत-पाकिस्तान मुद्दा हल नहीं होगा।
पीडीपी प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, ‘‘मैं भारत सरकार से कहना चाहती हूं कि जम्मू-कश्मीर के लोग आपके दुश्मन नहीं हैं। हम सम्मान के साथ शांति चाहते हैं, हम दोस्ती के जरिये शांति चाहते हैं, न कि जंग।’’
मुफ्ती ने सवाल किया, ‘‘आपने दुनिया भर में प्रतिनिधिमंडल भेजकर इस बारे में बात की कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान क्या किया गया, पहलगाम में क्या हुआ और ‘कश्मीर’ में क्या हो रहा है। यह कश्मीर ही है, जिसने संघर्ष के दौरान कठिनाइयां झेलीं। इसलिए अगर कश्मीरी पाकिस्तान से बातचीत की मांग नहीं करेगा, तो और कौन करेगा?’’
उन्होंने केंद्र सरकार से सुलह का रास्ता अपनाने की अपील की।
मुफ्ती ने कहा, ‘‘अगर हमारे देश को आगे बढ़ना है, तो युद्ध की बात करना बंद कीजिए और (पाकिस्तान के साथ) वार्ता की बात कीजिए। अगर आप दुनिया में अपनी ताकत साबित करना चाहते हैं और चीन से आगे निकलना चाहते हैं, तो बातचीत शुरू कीजिए और सुलह का रास्ता अपनाइए।’’
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती रहा है।
पीडीपी प्रमुख ने कहा कि उन्हें यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहें, तो ‘‘वह कश्मीर मुद्दे को सुलझा सकते हैं, क्योंकि उन्हें 120 करोड़ लोगों ने चुना है।’’
मुफ्ती कहा, ‘‘उनके (मोदी) पास ताकत है। वह बिना बुलाए लाहौर गए, किसी ने उनसे सवाल नहीं किया।’’
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाले आगामी एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट का जिक्र करते हुए मुफ्ती ने कहा कि खेलों को राजनीति के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि भारत ने एशिया कप में हिस्सा लेने का फैसला किया है, जबकि हर कोई कह रहा है कि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए। खेल होने दीजिए।’’
मुफ्ती ने कहा कि जब भी जम्मू-कश्मीर के लोग पाकिस्तान के साथ शांति और बातचीत की बात करते हैं, तो उन्हें देश की विदेश नीति में दखल न देने की सलाह दी जाती है।
पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली को बताना चाहती हूं कि जम्मू-कश्मीर के बिना भारत की विदेश नीति क्या है। हमने युद्ध झेला, जिससे तबाही हुई। मैं सरकार से कहना चाहती हूं कि हम विदेश नीति में दखल देंगे और आपसे बड़ा भाई बनने के लिए कहेंगे, क्योंकि आपकी लड़ाई जम्मू-कश्मीर में लड़ी जा रही है।’’
पीडीपी प्रमुख ने सरकार से पाकिस्तान के साथ ‘हथियारों की होड़’ से बचने और देश के ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। उन्होंने दावा किया,‘‘अब एक और होड़ छिड़ गई है कि भारत अधिक हथियार खरीदेगा या पाकिस्तान।’’
भाषा राजकुमार