विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक दोपहर दो बजे तक स्थगित
मनीषा माधव
- 24 Jul 2025, 01:10 PM
- Updated: 01:10 PM
नई दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) राज्यसभा में बृहस्पतिवार को छह सदस्यों को विदाई देने के तुरंत बाद विपक्षी सदस्यों ने उपसभापति हरिवंश द्वारा नियम 267 के तहत दिए गए 30 नोटिस अस्वीकार किए जाने के विरोध में हंगामा शुरू कर दिया, जिसके चलते 12 बज कर तीस मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत, नियत कामकाज स्थगित कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 30 नोटिस मिले हैं।
उपसभापति ने बताया कि शेखर राय, रीताव्रता बनर्जी, मौसम नूर, जे सी चंद्र शेखर, मोहम्मद नदीमुल हक, रंजीत रंजन, जे बी माथेर हीशम, नीरज डांगी, संजय सिंह, महुआ मांझी, सैयद नासिर हुसैन, अशोक सेन, तिरुचि शिवा, जॉन ब्रिटास, सुष्मिता देव, मनोज कुमार झा, डा डी शिवादासन ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिए हैं।
हरिवंश ने बताया कि आईयूएमएल के पी वी अब्दुल वहाब ने राज्यसभा के सभापति के अचानक इस्तीफे के मुद्दे पर, इसी पार्टी के बी के हरीस बीरन ने केरल में मानव पशु संघर्ष के मुद्दे पर तथा आम आदमी पार्टी के संदीप पाठक ने साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिए हैं।
उपसभापति ने कहा कि पूर्व की व्यवस्था के आलोक में ये नोटिस उपयुक्त नहीं पाए गए और इन्हें अस्वीकार कर दिया गया। इस पर विपक्षी सदस्यों ने विरोध जताया। हालांकि, हरिवंश ने उन्हें समझाकर सदन को छह सेवानिवृत्त सदस्यों को विदाई देने की प्रक्रिया शांतिपूर्वक पूरी करने की अपील की। इस पर विपक्षी सदस्य शांत हो गए।
उपसभापति हरिवंश, सदन के नेता जे पी नड्डा और विभिन्न दलों के वरिष्ठ सदस्यों ने सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के योगदान को लोकतांत्रिक परंपराओं को सशक्त करने की दिशा में सराहनीय बताया।
जिन सदस्यों को विदाई दी गई, उनमें एम मोहम्मद अब्दुल्ला (द्रमुक), एन चंद्रशेखरन (अन्नाद्रमुक), अन्बुमणि रामदास (पीएमके), एम षणमुगम (द्रमुक) और एम वाइको (एमडीएमके) शामिल हैं। अन्नाद्रमुक सदस्य पी विल्सन का कार्यकाल भी समाप्त हुआ है लेकिन वह उच्च सदन के लिए पुन:निर्वाचित हो गए हैं।
इन सदस्यों के लिए विदाई भाषण प्रश्नकाल के दौरान भी जारी रहा जो दोपहर 12 बजे शुरू होता है। जब लगभग 12.30 बजे विदायी भाषण समाप्त हुए, तब उपसभापति ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा। लेकिन विपक्षी सदस्यों ने अपने अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
हरिवंश ने सदस्यों से शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि कुछ देर पहले तक कार्यवाही अच्छे से चल रही थी। सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 12 बज कर तीस मिनट पर बैठक को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले राज्यसभा के लिए मनोनीत सदस्य उज्ज्वल देवराव निकम ने शपथ ली।
भाषा मनीषा