महिला आरक्षी प्रशिक्षुओं ने रहने की खराब व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन किया
सं राजेंद्र नोमान
- 23 Jul 2025, 05:58 PM
- Updated: 05:58 PM
गोरखपुर (उप्र), 23 जुलाई (भाषा) गोरखपुर में प्रादेशिक सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की 26वीं बटालियन में अपने प्रशिक्षण केंद्र में रहने की खराब स्थितियों और कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में महिला आरक्षी प्रशिक्षुओं ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया।
इस विरोध प्रदर्शन में बुनियादी सुविधाओं की कमी और निजता को लेकर चिंता सहित कई मुद्दे उठाए गए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, महिला प्रशिक्षु बिछिया इलाके में पीएसी परिसर के गेट पर एकत्रित हुईं और अपनी दयनीय स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए सड़क जाम कर दी। उनकी प्राथमिक शिकायतें स्वच्छ पेयजल की अनुपलब्धता, सतत बिजली आपूर्ति और शौचालयों की स्थिति को लेकर थी।
सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में इन प्रशिक्षुओं को यह कहते देखा जा रहा है कि उचित सुविधाओं के अभाव में वे खुले में स्नान करने को मजबूर हैं।
हालांकि अधिकारी रास्ते से प्रदर्शनकारियों को हटाने और उन्हें वापस उनके परिसर में भेजने में कामयाब रहे, लेकिन इन महिलाओं ने प्रशासनिक भवन के बाहर एकत्रित होकर अपनी शिकायतें दूर किए जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने की बात कही।
अधिकारियों ने कहा कि 26वीं बटालियन पीएसी परिसर में 2023 बैच के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों से 598 महिला आरक्षी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इन प्रशिक्षुओं ने सामूहिक तौर पर अपर्याप्त सुविधाओं की बात की और कुछ प्रशिक्षुओं ने बाथरूम गलियारे में सीसीटीवी कैमरों के संबंध में निजता भंग होने के संबंध में चिंता व्यक्त की।
स्थिति खराब होने के संबंध में पीएसी कमांडेंट आनंद कुमार ने आश्वस्त किया कि इन प्रशिक्षुओं के मुद्दे त्वरित हल किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कई ढांचागत सुविधाएं सुधारी जा रही हैं जिसमें अतिरिक्त शौचालयों का निर्माण शामिल है।
उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति में शुरुआती अवरोध तकनीकी कारणों की वजह से था जिससे जलापूर्ति प्रभावित हुई, लेकिन संबंधित मुद्दों को तुरंत हल कर लिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक (पीएसी सेंट्रल जोन) प्रीतिंदर सिंह ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो जारी कर बाथरूम में कैमरे होने के दावे से इनकार करते हुए कहा, “जांच में यह पूरी तरह से निराधार और वास्तविक तथ्यों से परे पाया गया।”
उन्होंने यह भी पुष्टि की कि महिला आरक्षियों के साथ कथित तौर पर अनुचित भाषा का प्रयोग करने वाले पीटी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है और विभाग उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण, उचित सुविधाएं और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
सिंह ने यह चेतावनी भी दी कि अफवाह फैलाने वालों या अनुशासन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भाषा सं राजेंद्र