सेंसेक्स 540 अंक चढ़ा, निफ्टी 25,200 अंक के पार
रमण अजय
- 23 Jul 2025, 05:10 PM
- Updated: 05:10 PM
मुंबई, 23 जुलाई (भाषा) एशियाई बाजारों में मजबूत रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 540 अंक चढ़ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 25,200 अंक के पार पहुंच गया। जापान और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते के बाद एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच बैंक और पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में भारी लिवाली से बाजार में तेजी आई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 539.83 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,726.64 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 599.62 अंक तक चढ़ गया था।
पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 159 अंक यानी 0.63 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,219.90 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 37 लाभ में जबकि 13 नुकसान में रहे।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टाटा मोटर्स में सर्वाधिक 2.51 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, मारुति, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से लाभ में रहीं।
निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक कारोबार के दौरान अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। बाद में इन बैंकों के शेयर एक प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए।
पांच दिन की गिरावट के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज में हुई लिवाली से भी तेजी को समर्थन मिला। आरआईएल के शेयर में 0.83 प्रतिशत की तेजी आई।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटीसी शामिल हैं।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कंपनियों के वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम की मिली-जुली शुरुआत के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने मजबूती दिखाई। अमेरिका-जापान व्यापार समझौते की घोषणा के साथ सकारात्मक वैश्विक संकेतों से धारणा को मजबूती मिली। इसके अतिरिक्त, भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में हुई प्रगति से भी बाजार धारणा मजबूत हुई है।’’
नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक व्यापार वार्ताओं में निरंतर प्रगति से निकट भविष्य में व्यापार तनाव कम होने और बाजार में स्थिरता बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, उच्च मूल्यांकन चिंता का विषय बना हुआ है, लेकिन मौजूदा बाजार की मजबूती निकट भविष्य में आय में सुधार की संभावना का संकेत देती है।’’
मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.24 प्रतिशत और छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप 0.05 प्रतिशत चढ़ा।
आशिका इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, ‘‘वैश्विक स्तर पर, अमेरिका-जापान व्यापार समझौते के बाद निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। इससे निकट भविष्य में और देशों के साथ समझौतों की उम्मीदें बढ़ गई है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में, जापान के निक्की सूचकांक में 3.51 प्रतिशत का उछाल आया। इसका कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जापान के साथ व्यापार समझौते की घोषणा है। समझौते के तहत जापान से आयातित वस्तुओं पर 15 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा।
दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग भी बढ़त में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजार दोपहर के कारोबार में बढ़त में थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,548.92 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने पिछले कारोबार में 5,239.77 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.45 प्रतिशत टूटकर 68.29 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी के बीच, रुपया लगातार छठे कारोबारी सत्र में कमजोर रहा और बुधवार को डॉलर के मुकाबले तीन पैसे की गिरावट के साथ 86.41 पर बंद हुआ।
भाषा रमण