सिद्धरमैया कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों से बात करके मुद्दे सुलझाएंगे: परमेश्वर
अमित रंजन
- 25 Jun 2025, 05:06 PM
- Updated: 05:06 PM
बेंगलुरु, 25 जून (भाषा) कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने बुधवार को विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों से बात करेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।
परमेश्वर का यह बयान ऐसे समय आया है जब कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ विधायकों ने "घूसखोरी और प्रशासन के चरमरा जाने" के आरोप लगाए हैं, जिससे सरकार को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है।
कागवाड से कांग्रेस विधायक राजू कागे ने इस्तीफा देने का संकेत दिया है। उन्होंने विकास कार्यों और धनराशि जारी होने में देरी की बात कही है। उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि प्रशासन ‘‘पूरी तरह से चरमरा गया है।’’
इसके अलावा, आलंद से कांग्रेस विधायक बी. आर. पाटिल ने सार्वजनिक आवास आवंटन में घूसखोरी का हाल ही में आरोप लगाया है, जबकि सागर से कांग्रेस विधायक बेलूर गोपालकृष्ण ने इन आरोपों के चलते आवास मंत्री जमीर अहमद खान के इस्तीफे की मांग की है।
इस सवाल पर कि क्या आंतरिक विवादों का सरकार पर असर पड़ रहा है, परमेश्वर ने कहा, ‘‘उन्होंने (विधायकों ने) अपने निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़ी समस्याएं उठायी हैं, लेकिन क्या उन्होंने राज्य स्तर के मुद्दे उठाए हैं? उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बात की है और अपने इलाकों में विकास कार्यों के लिए समय पर कोष जारी करने की मांग की है। मुख्यमंत्री इन मामलों को सुलझा देंगे।’’
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘सभी विधायकों को पहले ही निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 50 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लिए एक कार्ययोजना तैयार करें। मुख्यमंत्री ने खुद यह आश्वासन दिया है कि विपक्ष के विधायकों को कोष उपलब्ध कराया जाएगा। मेरे सहित सभी अपने क्षेत्र के लिए कार्ययोजना बना रहे हैं। क्या हम बिना कोष के यह कर सकते हैं?’’
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री को असंतुष्ट विधायकों से बात करने के निर्देश दिए हैं, परमेश्वर ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री दिल्ली में हैं और उन्होंने पार्टी नेतृत्व से मुलाकात की है। मुझे नहीं पता कि उस बैठक में क्या चर्चा हुई या क्या ऐसे निर्देश दिए गए हैं। अगर मुख्यमंत्री से विधायकों से बात करने के लिए कहा जाता है तो वे वैसा करेंगे।’’
इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर कि कागवाड के राजू कागे सहित कई विधायकों के लिए मंत्रियों से सम्पर्क करने में दिक्कत एक प्रमुख चिंता है, तो परमेश्वर ने कहा, "शायद कागे जी को व्यक्तिगत तौर पर इसका सामना करना पड़ा होगा। मैं इसे नकार नहीं सकता, क्योंकि उन्होंने ऐसा कहा है। मुख्यमंत्री इस मुद्दे को सुलझा देंगे।’’
उन्होंने कहा कि हाल ही में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की एक बैठक में विधायकों को ऐसे मुद्दे उठाने का मौका दिया गया था, जहां कुछ विधायकों ने मंत्रियों को विधायकों से मिलने के निर्देश देने की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई बड़ी समस्या नहीं है, हम इसे सुलझा लेंगे। मुख्यमंत्री इसे देखेंगे। ऐसी छोटी-छोटी समस्याएं सामान्य हैं। किस सरकार में विधायकों की शिकायतें नहीं होतीं? असली चुनौती यह है कि उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो सकतीं। लेकिन मुख्यमंत्री इसका समाधान करेंगे।’’
कागे सहित कुछ विधायकों के यह आरोप लगाने पर कि अधिकारी विधायकों की बात नहीं सुनते, गृहमंत्री ने कहा कि जब मुख्यमंत्री उनसे बातचीत के लिए बुलाएंगे, तब ये मुद्दे उठाए जा सकेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यह सारी बातें उस समय चर्चा में आ सकती हैं।’’
आपातकाल की बरसी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधे जाने के सवाल पर परमेश्वर ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए ज़िंदा रखना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘पचास साल बीत गए है, आपातकाल अब इतिहास का हिस्सा है। अगर वे (भाजपा) इसे अभी भी मनाना चाहते हैं, तो इसका मतलब क्या है? यह केवल राजनीति है। यह इतिहास है-हमें आगे देखना चाहिए और प्रगति के बारे में सोचना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भविष्य की बात करते हैं, तो वे भारत के अगले 50 वर्षों के लिए योजना बनाएं-अतीत पर क्यों अटके रहें?’’
भाषा अमित