राहुल का अर्धशतक, भारत के लंच तक दूसरी पारी में तीन विकेट पर 153 रन
नमिता सुधीर
- 23 Jun 2025, 06:24 PM
- Updated: 06:24 PM
लीड्स, 23 जून (भाषा) केएल राहुल और ऋषभ पंत ने बेहतरीन टाइमिंग और संयम से बल्लेबाजी करते हुए भारत को सोमवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के चौथे दिन लंच तक दूसरी पारी में तीन विकेट पर 153 रन तक पहुंचा दिया जिससे मेहमान टीम की कुल बढ़त 159 रन की हो गई।
लंच के समय राहुल 72 रन और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत 31 बनाकर खेल रहे हैं जिससे भारत ने सुबह के सत्र में कप्तान शुभमन गिल (08) के रूप में एक विकेट गंवाकर 63 रन बनाए।
भारत ने बादलों और हवा भरी सुबह में दो विकेट पर 90 रन से खेलना शुरू किया लेकिन शुरूआत अच्छी नहीं रही। सात गेंद ही डाली गई थीं कि पहली पारी के शतकवीर गिल अपने निजी स्कोर में दो रन जोड़ने के बाद आउट हो गए जिन्हें ब्रायडन कार्स ने गुडलेंथ गेंद पर बोल्ड किया।
इसके अलावा इंग्लैंड के गेंदबाजों को पहले सत्र में और कोई सफलता नहीं मिली, हालांकि उन्होंने अपनी लाइन एवं लेंथ से दोनों बल्लेबाजों को परेशान किया।
गिल के आउट होने के बाद पहली पारी में शतक जड़ने वाले एक और बल्लेबाज पंत क्रीज पर उतरे और उन्होंने हमेशा की तरह शानदार शॉट खेलते हुए तेज गेंदबाजों पर रन जुटाने का प्रयास किया। हालांकि इस दौरान उन्हें किस्मत का भी साथ मिला क्योंकि वह जिस तरह के शॉट खेलना चाह रहे थे, उसे खेलने के लिए कनेक्ट नहीं कर पाए।
पंत ने क्रिस वोक्स की गेंद पर शुरूआत की जो उनके बल्ले से लगकर स्लिप कॉर्डन के ऊपर से गई। फिर इस विकेटकीपर ने स्लॉग स्वीप और पैडल स्वीप खेलने का प्रयास किया। फिर एक खराब शॉट खेलने के बाद खुद से नाराज भी दिखे जिसे ‘स्टंप माइक’ में सुना जा सकता था और तभी इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने रिव्यू लिया।
पर टीवी अंपायर ने पंत के पक्ष में फैसला दिया क्योंकि स्विंग लेती फुल लेंथ गेंद भारतीय बल्लेबाज के पैड पर लगने से पहले बल्ले से टकराई थी।
वहीं राहुल दूसरे छोर पर शांत और संयमित होकर बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने अर्धशतक बनाने के बाद भी इसी आत्मविश्वास के साथ खेलना जारी रखा जिसके बाद पंत ने भी अपने आक्रामक तेवरों पर लगाम लगाई।
राहुल भी भाग्यशाली रहे। जोश टंग की गेंद उनके बल्ले से लगकर ऊपर की ओर गई लेकिन गली में खड़े हैरी ब्रुक ने इसे टपका दिया।
भारत ने पहली पारी 471 रन और इंग्लैंड ने 465 रन बनाए थे।
भाषा नमिता