माल्या के देश छोड़ने से पहले जेटली को सूचित करने वाले बयान पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर कसा तंज
जोहेब दिलीप
- 06 Jun 2025, 05:04 PM
- Updated: 05:04 PM
नयी दिल्ली, छह जून (भाषा) कांग्रेस ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के उस बयान को लेकर शुक्रवार को केंद्र की नरेन्द्र मोदी नीत सरकार पर निशाना साधा कि वह 2016 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली को बताकर देश से भागा था।
कांग्रेस ने कहा कि “नरेंद्र का पूरा सिस्टम ही सरेंडर निकला।”
कांग्रेस ने यह भी कहा कि मोदी सरकार का “पकौड़ा अर्थशास्त्र” “भगोड़ा अर्थशास्त्र” में तब्दील हो गया है।
प्रधानमंत्री ने 2018 में कथित तौर पर कहा था कि “पकौड़ा” बेचना भी रोजगार होता है। इस बयान को लेकर कांग्रेस अक्सर “पकौड़ा अर्थशास्त्र” शब्द का इस्तेमाल करके सरकार पर कटाक्ष करती है।
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर राज शमानी ने माल्या के साथ हाल ही में एक ‘पॉडकास्ट’
किया था, जिसमें माल्या ने दावा किया कि 2016 में भारत छोड़ने से पहले उसने जेटली को सूचित किया था।
कांग्रेस ने इस ‘पॉडकास्ट’ का वीडियो साझा करते हुए कहा, “यह स्पष्ट हो चुका है कि उद्योगपति (माल्या) को देश से भगाने में मोदी सरकार का हाथ था।”
पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी यह वीडियो क्लिप पोस्ट की।
इस वीडियो में माल्या कहता दिख रहा है, “मैंने हवाई अड्डे के लिए रवाना होने और फिर दिल्ली से लंदन जाने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली को बताया था। मुझे एफआईए वर्ल्ड काउंसिल की बैठक के लिए जिनेवा जाना था, जो महीनों पहले से निर्धारित थी। मैंने वित्त मंत्री को बताया, जिसके बाद मैं संसद से दिल्ली हवाई अड्डा गया। जब यह खबर मीडिया में आई, तो एक बार फिर बवाल खड़ा हो गया।”
माल्या ने कहा, “लोग जेटली के पीछे दौड़ने लगे, जिसके बाद जेटली ने मुझसे मुलाकात की बात से इनकार कर दिया। कांग्रेस के एक सांसद ने हमें साथ देखा था, जिसके बाद उन्होंने मीडिया को इसकी जानकारी दी।”
माल्या ने कहा, “जेटली को अपना बयान वापस लेना पड़ा और उन्होंने कहा, ‘'हां, हां मैं उनसे मिला था लेकिन केवल टहलते हुए, यह कुछ पल की मुलाकात थी।”
भगोड़े उद्योगपति ने कहा, “मैंने कभी नहीं कहा कि मैं जेटली के कार्यालय गया था, उनके सामने बैठा था, उनके साथ चाय पी थी... मैंने केवल इतना कहा था कि मैंने जाते समय वित्त मंत्री से कहा था कि मैं लंदन जा रहा हूं, मुझे एक बैठक के लिए जिनेवा जाना है, मैं वापस आऊंगा, कृपया बैंकों से कहें कि वे मेरे साथ बैठें और समझौता करें।”
माल्या ने कहा, “यह बात करने में कितना समय लग सकता है, इस पर चलते-फिरते भी बात की जा सकती है... लेकिन आपने देखा होगा कि उन्होंने (जेटली ने) किस तरह से इनकार कर दिया और जब कांग्रेस सांसद ने उनकी (जेटली) गलती बताई, तो वह तुरंत पलटी मार गए।”
खेड़ा ने पॉडकास्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक पोस्ट के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा और पार्टी नेता राहुल गांधी की ‘सरेंडर’ (आत्मसमर्पण)संबंधी टिप्पणी को दोहराया।
उन्होंने कहा, “विदेश मंत्री पाकिस्तान को बताकर हमला करते हैं। बैंक से धोखाधड़ी करने वाले लोग वित्त मंत्री को सूचना देकर देश से भागते हैं। नरेन्द्र का तो पूरा सिस्टम ही सरेंडर निकला।’’
कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने खेड़ा की पोस्ट को साझा करते हुए लिखा, “पकौड़ा अर्थशास्त्र बन गया भगोड़ा अर्थशास्त्र।”
मार्च 2016 में ब्रिटेन भागे माल्या अपनी पूर्व किंगफिशर एयरलाइंस (केएफए) को कई बैंकों से मिला 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज न चुकाने के मामले में भारत में वांछित है।
भारत ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।
उसने पहले भी 100 प्रतिशत ऋण चुकाने की पेशकश की थी, लेकिन आरोप लगाया था कि बैंकों और सरकार ने उसका प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
भाषा
जोहेब