गाजा सहायता केंद्र पर उमड़ी भीड़ पर गोलीबारी में एक की मौत, 48 घायल
एपी अमित पवनेश
- 28 May 2025, 10:17 PM
- Updated: 10:17 PM
दीर अल बलाह (गाजा पट्टी), 28 मई (एपी) गाजा में इजराइल और अमेरिका के समर्थन वाले फाउंडेशन द्वारा स्थापित एक नये सहायता वितरण केंद्र पर उमड़ी भीड़ पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में कम से कम एक फलस्तीनी नागरिक की मौत हो गई और 48 अन्य घायल हो गए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल ने हमास के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सिनवार को मार गिराया है। नेतन्याहू ने ऐसा करके गाजा पट्टी में हाल में हुए एक हवाई हमले में मोहम्मद सिनवार के मारे जाने की एक तरह से परोक्ष तौर पर पुष्टि कर दी।
नेतन्याहू ने संसद को संबोधित करते हुए सिनवार को इजराइली हमलों में मारे गए हमास नेताओं की सूची में शामिल किया। मोहम्मद सिनवार हमास नेता याह्या सिनवार का भाई है, जो सात अक्टूबर 2023 के हमले का एक मास्टरमाइंड था। याह्या सिनवार को पिछले साल इजराइली सेना ने मार गिराया था।
मंगलवार को फलस्तीनियों की भीड़ ने सहायता वितरण केंद्र पर कब्जा कर लिया था। भीड़ ने बाड़ों को तोड़ दिया और ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के एक पत्रकार ने इजराइल के टैंक से गोलाबारी और गोलीबारी की आवाज सुनी तथा एक सैन्य हेलीकॉप्टर से गोलीबारी होते देखी।
अभी यह ज्ञात नहीं है कि गोलीबारी में इजराइली सेना शामिल है या निजी सुरक्षा गार्ड अथवा कोई अन्य। फाउंडेशन ने कहा कि उसके सुरक्षा गार्ड ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई, बल्कि वे अभियान फिर से शुरू करने से पहले ‘‘पीछे हट गए’’ थे।
इजराइल ने कहा कि उसके सैनिकों ने निकटवर्ती क्षेत्र में चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं।
एक अलग घटना में इजराइल ने कहा कि उसने यमन की राजधानी सना में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को हवाई हमले किए और देश की प्रमुख एयरलाइन कंपनी के अंतिम विमान को नष्ट कर दिया। हाल के दिनों में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने देश को निशाना बनाकर कई मिसाइल दागी थी, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
इजराइली सेना ने कहा कि उसने विद्रोहियों द्वारा इस्तेमाल किए गए एक विमान को नष्ट कर दिया। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमलों में क्या कोई मारा गया है या कोई घायल हुआ है या नहीं।
गाजा के सबसे दक्षिणी शहर राफा के बाहर वितरण केंद्र को ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ (जीएचएफ) ने एक दिन पहले खोला था, जिसे इजराइल ने सहायता कार्यों का जिम्मा संभालने के लिए नियुक्त किया है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठनों ने नयी व्यवस्था को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि यह गाजा के 23 लाख लोगों की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं होगी और यह इजराइल को आबादी को नियंत्रित करने के लिए भोजन को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति देता है।
उन्होंने इजराइली सैनिकों और आपूर्ति की मांग करने वाले जरूरतमंद लोगों के बीच टकराव के जोखिम के बारे में भी चेतावनी दी। इजराइली सीमा बंद होने के लगभग तीन महीने बाद गाजा अकाल के कगार पर पहुंच गया है और फलस्तीनी भोजन के लिए तड़प रहे हैं।
फलस्तीनी क्षेत्रों के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रमुख अजित सुंघे ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, "कल हमने जो देखा वह (इन) परिस्थितियों में भोजन वितरित करने के खतरों का एक बहुत ही स्पष्ट उदाहरण है।"
उन्होंने कहा कि नयी व्यवस्था "लोगों को मौत और चोट के जोखिम में डाल रही है, जबकि वे 19 महीने से इस क्रूर युद्ध का सामना कर रहे हैं।’’
इजराइल का कहना है कि उसने हमास को सहायता सामग्री हड़पने से रोकने के लिए नयी सहायता व्यवस्था स्थापित करने में मदद की है, लेकिन उसने व्यवस्थित तरीके से सहायता सामग्री को इधर-उधर करने का कोई सबूत नहीं दिया है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि उनके पास क्षेत्र के सभी हिस्सों में सहायता पहुंचाते हुए इसे रोकने के लिए तंत्र मौजूद हैं।
जीएचएफ ने कहा कि उसने चार केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें से दो ने काम करना शुरू कर दिया है। इसने कहा कि बुधवार को बिना किसी घटना के केंद्र पर सहायता के लगभग आठ ट्रक वितरित किए गए। इस साल की शुरुआत में संघर्षविराम के दौरान हर दिन लगभग 600 ट्रक गाजा में प्रवेश करते थे।
जीएचएफ केंद्रों की सुरक्षा का जिम्मा निजी सुरक्षा गार्ड को सौंपा गया है और बाड़बंदी की व्यवस्था की गई है।
इजराइली सेना पास में ही तैनात है जिसे इजराइल ‘मोराग’ गलियारा कहता है। यह एक सैन्य क्षेत्र है जो दक्षिणी शहर राफा को अलग करता है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य सहायता समूहों ने जी.एच.एफ. की व्यवस्था में भाग लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि यह मानवीय सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। उनका कहना है कि इसका इस्तेमाल इजराइल द्वारा आबादी को जबरन विस्थापित करने के लिए किया जा सकता है, ताकि उन्हें कुछ वितरण केंद्रों के पास जाने के लिए मजबूर किया जा सके या फिर भुखमरी का सामना करना पड़े, जो अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि वितरण केंद्र पर ‘‘कुछ समय के लिए हालात काबू में नहीं थे’’। उन्होंने कहा कि ‘‘खुशी की बात है कि हमने इसे नियंत्रित कर लिया है।’’
उन्होंने दोहराया कि इजराइल की योजना गाजा की पूरी आबादी को क्षेत्र के दक्षिणी छोर पर एक ‘‘अलग क्षेत्र’’ में ले जाने की है, जबकि सेना अन्यत्र हमास से लड़ रही है।
इजराइल का कहना है कि उसने हूतियों के आखिरी विमान को नष्ट कर दिया है।
हवाई अड्डे के अनुसार, यमन के मुख्य हवाई अड्डे पर इजराइली हमलों में देश के प्रमुख वाहक यमेनिया के आखिरी विमान को नष्ट कर दिया गया।
प्लेन ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार24 के अनुसार, यमेनिया के कुल चार विमान पंजीकृत थे। इजराइल ने 6 मई को हवाई अड्डे पर हवाई हमले में तीन विमानों को नष्ट कर दिया था, जिससे रनवे पर गड्ढे भी हो गए थे।
एपी अमित