रोहित शर्मा ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, वनडे खेलना जारी रखेंगे
नमिता सुधीर
- 07 May 2025, 10:08 PM
- Updated: 10:08 PM
(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, सात मई (भाषा) रोहित शर्मा ने बुधवार को तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की जिससे सबसे लंबे प्रारूप में उनके भविष्य को लेकर सभी अटकलें खत्म हो गईं। अब भारत को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच मैचों की श्रृंखला के लिए नए कप्तान की जरूरत होगी।
पिछले साल विश्व कप के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से पहले ही संन्यास ले चुके रोहित अब भारत के लिए केवल वनडे प्रारूप में ही कप्तानी करते नजर आएंगे।
रोहित ने पीटीआई की खबर ब्रेक करने के बाद अपने इंस्टाग्राम पर अपनी टेस्ट कैप के साथ एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘सभी को नमस्कार, मैं बस यह साझा करना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। सफेद जर्सी में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात रही है। ’’
उन्होंने लिखा, ‘‘इतने सालों तक मिले प्यार और समर्थन के लिए आपका शुक्रिया। मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा। ’’
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी पुष्टि की कि रोहित वनडे कप्तान के तौर पर जारी रहेंगे।
बीसीसीआई ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘धन्यवाद कप्तान। सफेद कपड़ों के एक युग का अंत। रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा। वह वनडे में भारत की अगुआई करना जारी रखेंगे। हमें आप पर गर्व है हिटमैन। ’’
रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की कप्तानी की। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर पिछली श्रृंखला और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बोर्डर-गावस्कर श्रृंखला के अलावा कप्तान के रूप में उनका प्रदर्शन प्रभावी रहा।
इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए भारत के पास एक नया टेस्ट कप्तान होगा जिसके संभावित उम्मीदवार जसप्रीत बुमराह, लोकेश राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत हो सकते हैं। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कुछ टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की थी।
राहुल और गिल इस दौड़ में सबसे आगे हैं क्योंकि उप कप्तान बुमराह को फिटनेस के मुद्दे हैं। पर बुमराह की पूरी तरह से अनदेखी भी नहीं की जा सकती।
रोहित ने चार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में भारत का नेतृत्व किया और उनमें से दो में जीत दिलाई। वह एकदिवसीय मैचों में 11,000 से अधिक रन बनाने वाले और 32 शतक जड़ने वाले एक महान खिलाड़ी हैं।
यह 38 वर्षीय खिलाड़ी अपने करियर के दूसरे हिस्से में भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक था। रोहित ने 67 टेस्ट में 12 शतक और 18 अर्धशतक की मदद से 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए।
भारतीय कप्तान के एक करीबी सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘रोहित 2027 वनडे विश्व कप खेलने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और वह फिट रहने और इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देंगे। ’’
बुधवार को उनकी घोषणा से पहले की परिस्थितियां आदर्श नहीं थीं।
रोहित के एक करीबी सूत्र की मानें तो चैंपियन बल्लेबाज ने मार्च में भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला किया था।
और हालांकि यह बात महत्वपूर्ण लोगों को पता थी लेकिन अधिकारियों ने उनके भविष्य को लेकर मीडिया में अटकलों को हवा दी जिन्होंने खुलकर सामने आने से मना कर दिया।
रोहित के करीबी सूत्र ने कहा, ‘‘भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से ही रोहित के दिमाग में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का विचार था। एक नया डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) चक्र शुरू हो रहा था और इसलिए उन्हें लगा कि यह सबसे अच्छा समय है। ’’
रोहित को पिछले कई सालों से करीब से देखने वाले बीसीसीआई के एक पूर्व पदाधिकारी ने कहा, ‘‘अगर रोहित ने फैसला कर लिया था कि वह टेस्ट से संन्यास ले लेंगे तो उन्हें बाहर करने का सवाल ही कहां उठता है?’’
पता चला है कि चयन समिति ने रोहित को इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं दी कि वह इंग्लैंड जाने वाली टीम में शामिल होंगे या नहीं, जिसकी घोषणा अगले सप्ताह की जाएगी।
वहीं रोहित ने अपनी ओर से यह स्पष्ट कर दिया कि वह अपने करियर पर अंतिम फैसला खुद लेना चाहते हैं।
हालांकि भारतीय चयन समिति ने मुंबई में अनौपचारिक रूप से बैठक की लेकिन यह पुष्टि नहीं हो सकी कि मुख्य कोच गौतम गंभीर इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के खाके पर चर्चा करने के लिए दिल्ली से ऑनलाइन उनके साथ जुड़े या नहीं।
रोहित ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कठिन दौर का सामना किया, जहां उन्हें खराब फॉर्म के कारण अंतिम एकादश से बाहर होने का फैसला करना पड़ा। पर उन्होंने उस समय संन्यास लेने से इनकार कर दिया था।
मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ उनके मतभेदों की भी काफी अटकलें रही थीं जिन्होंने पिछले साल जुलाई में कार्यभार संभालने के बाद भारतीय क्रिकेट में ‘स्टार संस्कृति’ खत्म करने की बात की थी।
दोनों ने लगातार इस बात का खंडन किया। लेकिन गंभीर ने बार बार स्पष्ट किया है कि केवल प्रदर्शन ही टीम में चयन सुनिश्चित करेगा।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि रोहित की टेस्ट कप्तानी का मुख्य आकर्षण भारत को 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना था जिसमें टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। इसी साल टीम एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी।
भाषा नमिता