दिल्ली में बारिश: नजफगढ़ में मकान ढहने से महिला और उसके तीन बच्चों की मौत
वैभव अविनाश
- 02 May 2025, 06:36 PM
- Updated: 06:36 PM
(तस्वीरों सहित)
नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार सुबह भारी बारिश के कारण नजफगढ़ इलाके में एक मकान के ढह जाने से 28 वर्षीय महिला और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एक अन्य घटना में द्वारका के छावला इलाके में एक दीवार गिरने से तीन लोग मामूली रूप से जख्मी हो गए।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने बताया कि सुबह पांच बजकर 26 मिनट पर पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को नजफगढ़ के खरखड़ी गांव में मकान ढहने की सूचना मिली।
सिंह ने बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि तेज हवाओं के कारण नीम का एक पेड़ एक कमरे के मकान पर गिर गया।
उन्होंने बताया कि मलबे में एक महिला, उसका पति और उनके तीन बच्चे दब गए।
अधिकारी ने बताया, ‘‘पुलिस और अग्निशमन विभाग की मदद से उन्हें मलबे से बाहर निकाला गया और जाफरपुर कलां के नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उनमें से चार को मृत घोषित कर दिया गया।’’
घटना में ज्योति और उसके बच्चों आर्यन (सात), ऋषभ (पांच), प्रियांश (सात माह) की मौत हो गई तथा उसके पति अजय (30) को सीने व कलाई में मामूली चोटें आईं हैं।
दिल्ली अग्निशमन सेवा ने बताया कि उन्हें सुबह पांच बजकर 25 मिनट पर घटना की सूचना मिली।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने मौके पर कई टीम तैनात कीं और मलबे से चार लोगों को निकाला।’’
सिंह ने बताया कि सुबह साढ़े पांच बजे छावला पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें बताया गया कि प्रह्लाद मंदिर के पास पपरावत गांव में दीवार गिरने से तीन लोग घायल हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि दीवार गिरने से 41 वर्षीय ओमप्रकाश (41) और उनके दो बेटे लव (13) तथा सौरभ (15) मामूली रूप से घायल हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘तीनों में से किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है। एंबुलेंस ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया। घायल की हालत खतरे से बाहर है।’’
भारी बारिश और तेज हवाओं ने विमान परिचालन को प्रभावित किया और शहर में जलभराव के कारण यातायात भी बाधित हो गया। दिल्ली के कई इलाकों में पेड़ गिर गए और सुबह-सुबह धूल भरी आंधी भी चली।
नजफगढ़ में मकान ढहने की घटना को याद करते हुए स्थानीय निवासी किशन सिंह ने बताया, ‘‘सुबह करीब 6 बजे हमने अचानक लोगों को चिल्लाते हुए और छोटे ट्यूबवेल वाले घर की ओर भागते हुए सुना। कुछ गंभीर होने का आभास होने पर हम भी मौके पर पहुंचे। जब हम करीब पहुंचे तो हमने एक व्यक्ति की मदद के लिए पुकारने की हताश चीखें सुनीं। कई ग्रामीण तुरंत वहां एकत्र हो गए और किसी ने पुलिस और दमकल को सूचना दी।’’
इस दुखद घटना के बाद गांव की अनेक महिलाओं को फूट-फूटकर रोते हुए देखा गया।
पुलिस ने बताया कि अजय एक खेत में काम करता था और उसका ख्याल रखता था। उसका परिवार केवल 8 गुणा 10 मीटर के एक कमरे के मकान में रहता था।
अधिकारी के अनुसार उसके रिश्तेदारों को सूचित करने का प्रयास किया जा रहा है।
डीएफएस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘बहुत ही दुख की बात है कि हमारे प्रयासों के बावजूद चार लोगों की जान चली गई।’’
भाषा वैभव