नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे को रोकने में रेल मंत्री पूरी तरह से नाकाम रहे थे: तृणमूल सांसद
सुभाष वैभव
- 17 Mar 2025, 05:08 PM
- Updated: 05:08 PM
नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक सांसद ने सोमवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि फरवरी महीने में नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे को रोकने में रेल प्रशासन और रेल मंत्री पूरी तरह से नाकाम रहे थे।
तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने वर्ष 2025-26 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांग पर चर्चा तथा मतदान में हिस्सा लेते हुए कहा कि संपूर्ण रेलवे बजट में कमी आई है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘यह वित्त वर्ष 2023-24 के 2.92 लाख करोड़ रुपये से घटकर 2025-26 में 2.65 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इस तरह यह नौ प्रतिशत से अधिक की गिरावट है।’’
बनर्जी ने कहा कि बजट में कमी से न केवल रेलवे में सेवा की गुणवत्ता प्रभावित होगी बल्कि यात्रियों की सुरक्षा पर भी इसका असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यात्रियों की सुविधाओं पर आवंटन में लगातार कमी आई है, स्टेशनों के रखरखाव, शौचालय, टिकटिंग सर्विस और अन्य यात्री केंद्रित सुविधाओं में लगातार कमी आई है।’’
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में 200 रेल दुर्घटनाओं में 351 लोग की मौत हुई और 970 घायल हुए।
बनर्जी ने हालिया रेल दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि 15 फरवरी 2025 को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोग मारे गए, जब हजारों हिंदू तीर्थयात्री महाकुंभ (प्रयागराज) जाने के लिए स्टेशन पर प्रतीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह देखा गया कि इस हादसे को रोकने में रेलवे मशीनरी नाकाम हो गई और रेल मंत्री नाकाम रहे।’’
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सचिदानंदम आर. ने आरोप लगाया कि भारतीय रेलवे द्वारा परचालित की जा रही यात्री ट्रेनों को अब एक्सप्रेस ट्रेनों में तब्दील कर दिया गया है।
उन्होंने वंदे भारत और तेजस जैसी ट्रेनें अमीर लोगों के लिए शुरू किये जाने का दावा करते हुए, आम आदमी के लिए अमृत भारत गैर एसी (वातानुकूलित) ट्रेन, अमृत भारत पैसेंजर ट्रेन परिचालित किये जाने की मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए टिकट में रियायत का भी अनुदान की मांगों में कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
वहीं, जनता दल (सेक्युलर) के एम मल्लेश बाबू ने देश के प्रत्येक स्टेशन पर ‘मिनी मेडिकल कियोस्क’ खोलने की मांग की।
उन्होंने कहा कि यात्रियों को स्टेशन पर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं पेश आने पर वहां से बाहर निकलकर दवा खरीदनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि स्टेशन पर इस तरह की दवा दुकानें खोले जाने से यात्रियों को वहां से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा।
चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के राजीव भारद्वाज ने कहा कि 200 नयी वंदे भारत ट्रेनें शामिल होने से यात्रा में विलासिता और दक्षता सुनिश्चित होगी।
उन्होंने मौजूदा बजट में हिमाचल प्रदेश को 2,716 करोड़ रुपये आवंटित किये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके राज्य को पूर्व की सरकारों की तुलना में 16 गुना अधिक रेल बजट दिया गया है।
भारद्वाज ने अपने निर्वाचन क्षेत्र कांगड़ा में मीटर गेज लाइन को बड़ी लाइन में तब्दील करने की भी मांग की।
भाकपा (माले) के राजा राम सिंह ने कहा कि रेलवे 50 नई नमो भारत ट्रेन और 100 अमृत भारत गैर-एसी सस्ती टिकट वाली ट्रेनें शुरू करेगा, हालांकि रेलवे के बुनियादी ढांचे और गति तथा मौजूदा ट्रेनों की सुविधाएं बढ़ाने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
समाजवादी पार्टी के जितेंद्र कुमार दोहरे ने कोरोना काल में बंद की गईं कई ट्रेनों का परिचालन पुन: शुरू करने का आग्रह सरकार से किया।
भाजपा के विजय कुमार दुबे ने कहा कि मोदी सरकार में रेलवे में अस्वच्छता समाप्त करने की दिशा में बहुत काम हुआ है।
जनता दल (यूनाइटेड) के कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय रेलवे दुनिया में सबसे अधिक माल ढुलाई वाली परिवहन सेवा बनने जा रही है।
उन्होंने अपने गृह राज्य बिहार में कुछ रेल परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में रेलवे का चहुंमुखी विकास हो रहा है।
वाईएसआरसीपी की तनुजा रानी ने आंध्र प्रदेश का अपना रेलवे भर्ती बोर्ड स्थापित किए जाने की मांग केंद्र सरकार से की।
चर्चा में, जनसेना पार्टी के टी उदय श्रीनिवास, तेलुगुदेशम पार्टी के केसी नेनी शिवनाथ, कांग्रेस के वी वैथेलिंगम और अदूर प्रकाश ने भी हिस्सा लिया।
भाषा सुभाष