डी.के शिवकुमार ने फिल्म महोत्सव में न आने पर कन्नड़ अभिनेताओं की आलोचना की
खारी रंजन
- 02 Mar 2025, 08:48 PM
- Updated: 08:48 PM
बेंगलुरु, दो मार्च (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ‘16वें बेंगलुरु इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ के उद्घाटन में कन्नड़ फिल्म उद्योग, विशेष रूप से अभिनेताओं की कम उपस्थिति पर उनकी आलोचना की जिसको लेकर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शनिवार को सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने फिल्म उद्योग पर भी निशाना साधा कि जब वे विपक्ष में थे तब उन्होंने उनका और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का, खासकर मेकेदातु परियोजना के लिए उनके अभियान में साथ नहीं दिया। इस परियोजना का उद्देश्य बेंगलुरु और आसपास के इलाकों को पेयजल उपलब्ध कराना था।
शिवकुमार ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘आज के कार्यक्रम में प्रमुख चेहरों में से आप में से केवल दस लोग ही मौजूद हैं। यह सिद्धरमैया (मुख्यमंत्री) या डी.के शिवकुमार का निजी कार्यक्रम नहीं है, न ही यह अभिनेता साधु कोकिला और किशोर का पारिवारिक समारोह है। यह एक उद्योग जगत का कार्यक्रम है। यदि अभिनेता, निर्देशक और निर्माता इसमें शामिल नहीं होंगे, तो और कौन आएगा?’’
फिल्म उद्योग, फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स और अभिनेताओं के प्रति अपनी निराशा व्यक्त करते हुए, शिवकुमार ने कहा, ‘‘हमने बेंगलुरु में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ‘नम्मा नीरू, नम्मा हक्कू’ (हमारा पानी, हमारा अधिकार) के बैनर तले पदयात्रा का आयोजन किया। सिद्धरमैया, मैं और अन्य लोगों ने कोविड के दौरान लगभग 150 किलोमीटर पैदल यात्रा की। यह राज्य के हित में था, व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं।’’
उन्होंने कहा कि अभिनेता साधु कोकिला और विजय तथा चैंबर के कुछ पदाधिकारियों के अलावा किसी अन्य अभिनेता ने इसमें भाग नहीं लिया।
विधानसभा में विपक्ष के नेता आर.अशोक ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवकुमार पर सार्वजनिक मंच पर कन्नड़ फिल्म कलाकारों को धमकाने का आरोप लगाया।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक मार्च में भाग लेना है या नहीं, यह कलाकारों पर निर्भर करता है। आपका यह बयान कि केवल कांग्रेस पार्टी की जी-हुजूरी वालों की सराहना की जाएगी जबकि अन्य की नहीं, यह आपकी स्थिति को नीचा दिखाता है।’’
उन्होंने शिवकुमार से आग्रह किया कि इस धारणा को त्याग दें कि समाज में हर किसी को उनके और उनकी पार्टी के सामने झुकना चाहिए।
जनता दल (सेक्युलर) नेता एवं केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी ने भी शिवकुमार की आलोचना करते हुए कहा कि ‘‘छोटी-छोटी बातों पर गौर करने के लिए अन्य लोग हैं। शिवकुमार को अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि राज्य के लोगों ने उन्हें और उनकी पार्टी को सत्ता में बैठाया है।’’
भाषा
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