कतर के अमीर दो दिवसीय भारत दौरे पर; मंगलवार को राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे
आशीष पवनेश
- 17 Feb 2025, 10:21 PM
- Updated: 10:21 PM
(फोटो सहित)
नयी दिल्ली, 17 फरवरी (भाषा) कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी भारत के दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को नयी दिल्ली पहुंचे। वह मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी परंपरा से हटकर, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अपने भाई, कतर के शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे गया। भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं और कल हमारी बैठक की प्रतीक्षा कर रहा हूं।’’
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा था कि उनकी यात्रा ‘‘विभिन्न क्षेत्रों में हमारी बढ़ती साझेदारी को और गति प्रदान करेगी।’’
बयान में कहा गया था कि कतर के अमीर के साथ मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल सहित उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा।
सोमवार को जारी बयान के अनुसार, विदेश मंत्री एस जयशंकर अल-सानी से मुलाकात करेंगे।
मंगलवार की सुबह कतर के अमीर का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद ‘हैदराबाद हाउस’ में प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक होगी।
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बयान में कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। बयान के अनुसार मंगलवार दोपहर को सहमति पत्रों का आदान-प्रदान होगा जिसके बाद कतर के अमीर राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अल-सानी प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर भारत दौरे पर आ रहे हैं। कतर के अमीर की भारत की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले वह मार्च 2015 में भारत आए थे।
भारत और कतर के बीच मैत्री, विश्वास और पारस्परिक सम्मान पर आधारित गहरे ऐतिहासिक संबंध हैं। दोनों देशों के बीच हाल के वर्षों में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति समेत विभिन्न क्षेत्रों में संबंध लगातार मजबूत हुए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कतर में रह रहा भारतीय समुदाय उस देश में सबसे बड़ा प्रवासी समूह है और ‘‘कतर की प्रगति और विकास में इसके सकारात्मक योगदान की सराहना की जाती है।’’
भाषा आशीष