भगदड़ के बाद रेलवे ने नयी दिल्ली स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए उपाय किए
जितेंद्र अविनाश
- 17 Feb 2025, 10:09 PM
- Updated: 10:09 PM
(नितिन रावत)
नयी दिल्ली, 17 फरवरी (भाषा) रेलवे ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रतीक्षारत यात्रियों के लिए एक निर्दिष्ट पंडाल बनाने से लेकर फुट ओवरब्रिज पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने और भीड़ के नियंत्रण के लिए कई उपाय किए हैं।
स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गयी थी।
भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयासों के अलावा, आपात स्थिति में यात्रियों की सहायता के लिए प्लेटफॉर्म नंबर एक और 16 पर दो चिकित्सा सहायता डेस्क स्थापित किए गए हैं।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक सिपाही को हाथ में पकड़े जाने वाले लाउडस्पीकर के माध्यम से नियमित घोषणा करते हुए देखा गया, जिसमें यात्रियों को निकास द्वार के पास बनाए गए पंडाल के बारे में जानकारी दी गई।
सिपाही ने लाउडस्पीकर पर घोषणा की, ‘‘जिन यात्रियों की ट्रेन देरी से चल रही हैं, उन्हें स्टेशन और गेट पर नहीं बैठना चाहिए। उनके लिए एक पंडाल बनाया गया है, जहां वे जाकर आराम कर सकते हैं।’’
आरपीएफ के एक कर्मी ने बताया कि यह पंडाल रविवार को बनाया गया और महाकुंभ मेला समाप्त होने यानी 26 फरवरी तक बना रहेगा।
हरे रंग के पंडाल के अंदर कई लोग आराम करते देखे गए हालांकि स्टेशन के प्रवेश द्वार पर अब भी बड़ी संख्या में यात्री इंतजार कर रहे थे।
फुट ओवरब्रिज पर आरपीएफ और अन्य एजेंसियों के सुरक्षाकर्मी तैनात थे। स्टेशन पर कई ‘एस्केलेटर’ भी बंद थे।
उत्तर रेलवे डिवीजन अस्पताल के मुख्य नर्सिंग अधीक्षक सुशील हांडा ने बताया कि रविवार को चिकित्सा सहायता डेस्क स्थापित किए गए।
उन्होंने बताया, ‘‘हम आम तौर पर त्योहारों और गर्मी की छुट्टियों के दौरान स्टेशन पर ऐसे डेस्क स्थापित करते हैं क्योंकि उन दिनों ट्रेनों से बड़ी संख्या में यात्री यात्रा करते हैं।’’
सहायता डेस्क सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक काम कर रहे हैं। कर्मचारियों को दो पालियों में तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया, “हमारे पास प्राथमिक उपचार की सुविधा है और बुखार, सर्दी आदि की दवाइयां भी हैं। अगर यात्रियों को कोई बड़ी परेशानी होती है तो उन्हें स्टेशन के बाहर खड़ी एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा जाएगा।”
टिकट काउंटरों पर एक नोटिस चस्पा किया गया है, जिसमें यात्रियों को सूचित किया गया है कि शाम चार बजे से रात 11 बजे के बीच प्लेटफॉर्म टिकट नहीं बेचे जाएंगे।
इससे पहले दिन में आरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमने कई लोगों को बिना किसी कारण के फुट ओवरब्रिज पर इंतजार करते या खड़े होते देखा है, जिससे दूसरे यात्रियों को अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर पहुंचने में देरी हो रही है। अब, बिना किसी वैध कारण के किसी को भी फुट ओवरब्रिज पर खड़े होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
उन्होंने कहा कि स्टेशन पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
भाषा जितेंद्र