पद के लिए नहीं, पार्टी को शुद्ध करने के लिए लड़ रहे : यतनाल ने भाजपा में आंतरिक कलह पर कहा
नेत्रपाल पारुल
- 04 Feb 2025, 08:21 PM
- Updated: 08:21 PM
कलबुर्गी (कर्नाटक), चार फरवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में आंतरिक कलह के बीच पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष पद से बीवाई विजयेंद्र को हटाने की मांग कर रहे विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने सोमवार को कहा कि उनकी लड़ाई किसी पद के लिए नहीं, बल्कि पार्टी को शुद्ध करने के लिए है।
बीजापुर शहर से विधायक यतनाल ने ‘‘भाई-भतीजावाद’’ और ‘‘भ्रष्टाचार’’ का आरोप लगाते हुए विजयेंद्र तथा उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर निशाना साधा।
यतनाल के गुट के रमेश जारकीहोली (विधायक) और कुमार बंगारप्पा जैसे नेता विजयेंद्र के खिलाफ अपनी चिंताओं के संबंध में पार्टी आलाकमान को अवगत कराने के लिए नयी दिल्ली में हैं। यतनाल के भी राष्ट्रीय राजधानी का दौरा करने की संभावना है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, बंगारप्पा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष से मुलाकात की, जबकि जारकीहोली ने नड्डा और कुछ अन्य नेताओं से मुलाकात की।
यतनाल ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी राष्ट्रीय नेताओं ने हमें बैठक के लिए समय दिया है, इसलिए चिंता न करें। क्या हम बिना किसी योजना के जाएंगे? क्या हम पागल हैं? विजयेंद्र जाएंगे, तो सब सुलझ जाएगा।’’
जारी संगठनात्मक चुनावों के बीच, विजयेंद्र ने सोमवार को प्रदेश इकाई का नेतृत्व जारी रखने के बारे में विश्वास व्यक्त किया था। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के नतीजे में ‘सुखद अंत’ की भी उम्मीद जताई।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए यतनाल ने कहा, ‘‘चुनाव होने दीजिए। लोकतंत्र है, हम पीछे नहीं हटेंगे। चुनाव का महत्व समझना चाहिए। हम पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने चीजें रखेंगे।’’
विजयेंद्र को नवंबर 2023 में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। उनकी पदोन्नति से भाजपा में कई लोगों में नाराजगी है और कई वरिष्ठ नेताओं ने बार-बार उनके नेतृत्व एवं उनकी कार्यशैली के खिलाफ असंतोष व्यक्त किया है। शिकारीपुरा से विधायक विजयेंद्र इस नाराजगी को दूर करने में असमर्थ रहे हैं।
भाषा नेत्रपाल