प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान में ‘कालचक्र एम्पॉवरमेंट’ समारोह का उद्घाटन किया
गोला नरेश
- 12 Nov 2025, 02:47 PM
- Updated: 02:47 PM
(तस्वीरों के साथ)
थिम्पू, 12 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को भूटान में आयोजित वैश्विक शांति प्रार्थना उत्सव के दौरान ‘कालचक्र एम्पॉवरमेंट’ समारोह का उद्घाटन किया।
मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “भूटान के महामहिम नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और महामहिम चतुर्थ ड्रुक ग्यालपो के साथ ‘कालचक्र व्हील ऑफ टाइम एम्पॉवरमेंट’ का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला।”
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी अध्यक्षता परम पावन जे खेनपो ने की, जिससे यह और भी विशेष बन गया।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जिसका बौद्ध समुदाय के लिए विश्वभर में अत्यंत सांस्कृतिक महत्व है। ‘कालचक्र एम्पॉवरमेंट’ वैश्विक शांति प्रार्थना उत्सव का हिस्सा है, जो भूटान में बौद्ध श्रद्धालुओं और विद्वानों को एक साथ लाया है।”
मोदी को एक ‘‘सिद्ध आध्यात्मिक गुरु’’ बताते हुए भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री ने पवित्र कालचक्र अभिषेक का उद्घाटन किया और उसे आशीर्वाद दिया, जो आज चल रहे वैश्विक शांति प्रार्थना महोत्सव के हिस्से के रूप में शुरू हुआ।
इससे पहले, बुधवार को मोदी ने भूटान के पूर्व नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक से मुलाकात की और कहा कि वह दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए वर्षों से उनके द्वारा किए गए व्यापक प्रयासों की सराहना करते हैं।
मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘महामहिम चतुर्थ ड्रुक ग्यालपो के साथ एक शानदार बैठक हुई। भारत-भूटान संबंधों को और मजबूत करने के लिए वर्षों से उनके द्वारा किए गए व्यापक प्रयासों की सराहना की।’’
बैठक के दौरान, उन्होंने ऊर्जा, व्यापार, प्रौद्योगिकी और संपर्क में सहयोग पर चर्चा की।
मोदी ने कहा, ‘‘गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी परियोजना में प्रगति की सराहना की, जो हमारी ‘एक्ट ईस्ट नीति’ के अनुरूप है।’’
विदेश मंत्रालय के अनुसार, मोदी ने ‘‘भारत-भूटान की विशेष मित्रता को और बढ़ाने में बुद्धिमानी भरे परामर्श और मार्गदर्शन के लिए महामहिम को धन्यवाद’’ भी दिया।
मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूर्व नरेश के निरंतर अच्छे स्वास्थ्य, कुशलता और दीर्घायु के लिए भारत सरकार और भारत की जनता की ओर से शुभकामनाएं दीं।
हिमालयी देश की दो दिवसीय यात्रा पर आए मोदी ने मंगलवार को चांगलीमेथांग स्टेडियम में भूटान के चौथे ‘ड्रुक ग्यालपो’ जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया।
मोदी ने कहा कि भारत और भूटान के बीच सदियों से गहरा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध रहा है और इस ‘महत्वपूर्ण अवसर’ पर भाग लेना उनकी प्रतिबद्धता थी।
भाषा
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